मई 2025 में शनि की ढैया का प्रभाव कौन सी राशियों पर ?
मई 2025 में शनि ग्रह का मीन राशि में गोचर कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आया है। इस गोचर के परिणामस्वरूप कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव शुरू हुआ है, जबकि कुछ राशियों को इससे मुक्ति मिली है। शनि की यह चाल परिवर्तन जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि करियर, स्वास्थ्य, वित्त और पारिवारिक जीवन।
मई 2025 में शनि के मीन राशि में गोचर ने विभिन्न राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। जहाँ कुछ राशियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं अन्य राशियों के लिए यह समय सकारात्मकता और प्रगति का हो सकता है। धैर्य, संयम और उचित उपायों के माध्यम से शनि के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में शनि की ढैया 2025 का क्या प्रभाव कौन सी राशियों पर होगा ये जानेंगे|
*शनि ढैय्या और साढ़ेसाती: मई 2025 में किन राशियों पर प्रभाव
1. मेष राशि – साढ़ेसाती की शुरुआत हो चुकी हैं|
29 मार्च 2025 को शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण आरंभ हुआ है। यह अवधि जीवन में चुनौतियों और परीक्षाओं की हो सकती है। स्वास्थ्य, करियर और पारिवारिक संबंधों में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। धैर्य और संयम इस समय के प्रमुख मंत्र होंगे।
2. सिंह राशि – ढैय्या की शुरुआत
शनि के मीन राशि में गोचर के परिणामस्वरूप सिंह राशि पर ढैय्या का प्रभाव शुरू हुआ है। यह समय कार्यस्थल पर दबाव, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और पारिवारिक तनाव का हो सकता है। सावधानीपूर्वक निर्णय लेना और आत्म-नियंत्रण बनाए रखना आवश्यक है।
3. धनु राशि – ढैय्या की शुरुआत
शनि के गोचर से धनु राशि पर भी ढैय्या का प्रभाव आरंभ हुआ है। यह अवधि मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याओं और कार्यक्षेत्र में चुनौतियों की हो सकती है। ध्यान और योग जैसी गतिविधियाँ मन की शांति प्रदान कर सकती हैं।
4. कर्क राशि – ढैय्या से मुक्ति
शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही कर्क राशि को ढैय्या से मुक्ति मिली है। अब जीवन में स्थिरता और सकारात्मकता की संभावना है। करियर में प्रगति, स्वास्थ्य में सुधार और पारिवारिक संबंधों में मधुरता की अपेक्षा की जा सकती है।
5. मकर राशि साढ़ेसाती से मुक्ति
मकर राशि पर चल रही साढ़ेसाती का समापन हुआ है। अब यह समय नए अवसरों और सफलता का हो सकता है। करियर में उन्नति, आर्थिक स्थिति में सुधार और व्यक्तिगत विकास की संभावना है।
– शनि के प्रभाव से बचाव के उपाय:
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय सहायक हो सकते हैं:
– शनिवार को शनि मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें।
– काले तिल, काले वस्त्र, लोहे के बर्तन और सरसों के तेल का दान करें।
– हनुमान चालीसा और शनि स्तोत्र का नियमित पाठ करें।
– जरूरतमंदों की सहायता करें और गरीबों को भोजन कराएं।
– शराब, मांसाहार और झूठ से परहेज करें।