Bada Mangal : बड़ा मंगल और पूर्णिमा का अद्भुत संयोग”! जानिए चमत्कारी उपाय?

 

**10 जून 2025: बड़ा मंगल और पूर्णिमा का अद्भुत संयोग – एक दुर्लभ ज्योतिषीय घटना**

भारतवर्ष की धरती पर जब भी कोई अद्वितीय ज्योतिषीय संयोग बनता है, तो उसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक होता है। वर्ष 2025 का 10 जून एक ऐसा ही दिव्य दिन लेकर आ रहा है, जब बड़ा मंगल और पूर्णिमा एक ही तिथि पर पड़ने जा रहे हैं। यह संयोग न केवल श्रद्धालुओं के लिए विशेष है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी यह एक अत्यंत दुर्लभ और फलदायक घटना मानी जा रही है।

आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि बड़ा मंगल और पूर्णिमा का यह योग कितना शुभ है, इसका धार्मिक महत्व क्या है, इससे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, और इस दिन कौन-कौन से उपाय करके हम अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सकते हैं!

**क्या है बड़ा मंगल?

**बड़ा मंगल का पर्व उत्तर भारत, विशेषकर लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज जैसे क्षेत्रों में बहुत ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व ज्येष्ठ मास के **मंगलवार** को आता है। ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को ‘बड़ा मंगल’ कहा जाता है, लेकिन जब यह मंगलवार किसी और शुभ तिथि के साथ जुड़ जाए जैसे कि पूर्णिमा तो उसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है।

हनुमान जी को समर्पित यह दिन भक्तों के लिए विशेष होता है। इस दिन व्रत, हवन, सुंदरकांड का पाठ, और भंडारे आदि का आयोजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मंगल दोष शांत होते हैं।

 

**पूर्णिमा का महत्व**

**पूर्णिमा का दिन चंद्रमा की पूर्ण स्थिति का प्रतीक होता है। यह दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी, विष्णु भगवान और चंद्रमा की पूजा के लिए उपयुक्त होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा के दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।

पूर्णिमा को किया गया दान-पुण्य, स्नान और पूजा विशेष फलदायी होता है। इस दिन मन, मस्तिष्क और आत्मा तीनों को शांति प्राप्त होती है, क्योंकि चंद्रमा का प्रभाव मन और भावनाओं पर गहरा होता है।

**बड़ा मंगल और पूर्णिमा का संयोग: एक दुर्लभ ज्योतिषीय घटना**

10 जून 2025 को बड़ा मंगल और ज्येष्ठ पूर्णिमा एक ही दिन पड़ रहे हैं। यह संयोग अत्यंत दुर्लभ होता है। ऐसा योग वर्षों में एक बार ही आता है जब हनुमान जी का मंगल और चंद्रमा का चरम बल एक ही दिन में समाहित हो जाते हैं।

हनुमान जी की पूजा और चंद्रमा की शांति एक साथ मिलने से मानसिक शांति और शक्ति दोनों प्राप्त होती हैं!

यह दिन संकटमोचक हनुमान की विशेष कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ है!

यह तिथि मनोकामना पूर्ति के लिए एक महाउपयोगी दिन है।

 

**ज्योतिषीय दृष्टि से यह योग क्यों विशेष है?

10 जून 2025 को ग्रहों की जो स्थिति बन रही है, वह इस दिन को और भी अधिक विशेष बनाती है। आइए जानते हैं इस दिन के प्रमुख ग्रह-गोचर के बारे में;

* *मंगल** मेष राशि में उच्च स्थिति में रहेगा, जिससे पराक्रम, साहस और शक्ति में वृद्धि होगी।

* **चंद्रमा** वृश्चिक राशि में रहेगा, जो कि मंगल की ही राशि है, इसलिए यह एक चंद्र-मंगल योग का निर्माण करेगा।

**चंद्र-मंगल योग** को आय, ऊर्जा और मनोबल बढ़ाने वाला माना जाता है।

* **शुक्र और गुरु का भी शुभ दृष्टि संबंध रहेगा, जिससे धन, विवाह और वैवाहिक जीवन में उन्नति के संकेत मिलते हैं।

इस दिन का योग भौमवती पूर्णिमा का निर्माण करेगा, जो कि बेहद फलदायी मानी जाती है। भौमवती पूर्णिमा पर किए गए व्रत, दान और मंत्र जाप का प्रभाव कई गुना अधिक होता है।

 

**इस दिन के लाभकारी उपाय**

इस दिन कुछ विशेष उपाय करके आप अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं;

**हनुमान जी की विशेष पूजा:**

* हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें!

* लाल चंदन, सिंदूर, गुड़ और बेसन के लड्डू चढ़ाएं!

* हनुमान मंदिर में झंडा लगाएं, ऐसा करने से हनुमान जी का आशीर्वाद आप पर बना रहता है!

* बटुक भैरव या गरीबों को लाल वस्त्र और भोजन दान करें!

**चंद्रमा शांति उपाय:**

* रात में चंद्रमा को दूध और जल अर्पित करें।

* ॐ सों सोमाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।

* सफेद वस्त्र पहनें और मिठाई का दान करें।

* शिवलिंग पर मीठा जल अर्पित करें और शिव चालीसा का पाठ करें!

**दान-पुण्य:**

* लाल और सफेद वस्त्रों का दान करें!

* दूध, चावल, गुड़ और चना दान करें!

* गरीबों को भोजन कराएं!

 

बड़ा मंगल पर उत्तर भारत के विशेष शहरों में, विशेषकर लखनऊ में, बड़ा मंगल का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। जगह-जगह भंडारे, जल सेवा, फल वितरण, और सुंदरकांड के पाठ होते हैं। मंदिरों में विशेष सजावट की जाती है।

इस बार पूर्णिमा के साथ होने के कारण यह उत्सव और भी आध्यात्मिक हो जाएगा। लोगों में अधिक उत्साह रहेगा। मान्यता है कि जो भी इस दिन किसी भूखे को भोजन कराता है, उसे हनुमान जी का आशीर्वाद जीवन भर मिलता है।

10 जून 2025 का दिन वास्तव में एक दुर्लभ और शुभ संयोग लेकर आ रहा है। बड़ा मंगल और पूर्णिमा का एकसाथ आना, चंद्र-मंगल योग बनना और ग्रहों की अनुकूलता इसे एक विशेष दिन बना रही है। यह दिन आध्यात्मिक साधना, व्रत, दान, पूजा और आत्म-उन्नति के लिए सर्वोत्तम है।

 

यदि आप इस दिन को पूरे श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाते हैं, तो न केवल आपके वर्तमान जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, बल्कि भविष्य की समस्याएं भी स्वतः हल होने लगेंगी।

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