बेलपत्र भगवान शिव को अतिप्रिय है| इसके तीन पत्तों में सत,रज, और तम तीनों गुणों का वास माना जाता है| वही यह भी कहा जाता है कि बेलपत्र के तीन पत्ते त्रिदेवों के साथ होने के प्रतीक है| बेल का यह महत्व यूं ही नहीं है| इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते है| साथ ही ये नेगेटिविटी दूर करने में कारगर माने जाते है| आज ओमाँश एस्ट्रोलोजी अपने पाठको के लिए बेलपत्र के उपायों को बताने जा रहे है, जिनको करने से आपके जीवन में धन की ओर सुखों की वर्षा होती है| आप हर क्षेत्र में सफल होते है| तो आइए जानते हैं|
बेलपत्र न सिर्फ पूजा के काम आता है बल्कि इसके कई और भी फायदे है| आयुर्वेद में बेल को औषधि के रूप में बताया गया है| भगवान शिव जब विष के प्रभाव से अचेत हो गए थे, तब उनकी चेतना को वापिस जगाने के लिए कई तरह की बूटियां और पत्तों का प्रयोग किया गया था| बेलपत्र भी उनमें से एक है| बेलपत्र के औषधीय गुण ही इसे शिवरूप और शिव का प्रिय बनाते है|
शिव पुराण में बेल की बड़ी महिमा बताई गई है| इसकी छाया में किसी जरुरतमंद व्यक्ति को भोजन कराने से मनुष्य पाप मुक्त हो जाता है| ऐसे गुणकारी बेल के उपाय आपको बताने जा रहे है| पूरी आस्था और विश्वास के साथ इन उपायो को करने से व्यक्ति को असीमित धन की प्राप्ति होती है| साथ ही सुखों की प्राप्ति होती है|
बेलपत्र के उपाय से आर्थिक परेशानी दूर करने के उपाय:
- प्रदोष व्रत के दिन 21 बेलपत्रों पर चंदन से ॐ लिखे ओर एक एक करके शिवलिंग पर अर्पित करें| ॐ नमः शिवाय का जप करते हुए चढ़ाएं| ऐसा करने से आपको मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है|
- प्रत्येक सोमवार की शाम के समय बेलपत्र के पेड़ के नीचे शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें| ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं|
- प्रदोष व्रत के समय किसी जरूरत मंद महिला को खीर भेंट करें| भगवान शिव मां पार्वती प्रसन्न होती है|
- बेलपत्र के पेड़ पर रोजाना जल चढ़ाएं| और दीपक जलाने से असाध्य रोग दूर होते है|
सावधानी: हमेशा ध्यान रखे कि चतुर्थी,अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथियों को संक्रांति के समय ओर सोमवार को बेलपत्र कभी नहीं तोड़े| यदि पूजन करना है तो इन दिनों से एक दिन पहले बेलपत्र तोड़ कर रखे|