गुरु ग्रह कमजोर होने के लक्षण और अनसुने उपाय
ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह (बृहस्पति) को ज्ञान, धर्म, धन, संतान, उन्नति और सौभाग्य का कारक माना जाता है। जब यह ग्रह मजबूत होता है, तो व्यक्ति को सफलता, सम्मान और समृद्धि प्राप्त होती है। लेकिन यदि यह कमजोर हो या अशुभ प्रभाव में हो, तो जीवन में कई कठिनाइयां आती हैं। आइए जानते हैं कि गुरु ग्रह कमजोर होने के क्या लक्षण होते हैं और इसके प्रभाव को कम करने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में गुरु गृह से संबंधित जानकारी लेकर प्रस्तुत है|
गुरु ग्रह हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर यह कमजोर या पीड़ित हो तो व्यक्ति को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन सही उपायों को अपनाने से इसे मजबूत किया जा सकता है। गुरुवार के दिन दान-पुण्य करें, मंत्र जाप करें, उचित रत्न धारण करें और अच्छे कर्म करें। इससे गुरु ग्रह का आशीर्वाद प्राप्त होगा और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।
सच्चे ज्ञान, सत्य और सेवा से ही गुरु ग्रह की कृपा प्राप्त होती है
गुरु ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में हो तो यह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
व्यक्ति को धन की कमी का सामना करना पड़ता है। व्यापार में हानि होती है या स्थिरता नहीं रहती। अचानक खर्चे बढ़ जाते हैं और बचत करना कठिन हो जाता है। उधारी में धन लेना पड़ता है और कर्ज बढ़ता जाता है। पढ़ाई में मन नहीं लगता और याददाश्त कमजोर हो जाती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता मिलती है। बार-बार विषय बदलने की स्थिति बनती है। उचित मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण करियर में रुकावट आती है। संतान सुख में देरी या कष्ट होता है।
संतान जिद्दी, अनुशासनहीन या आलसी हो सकती है। पति-पत्नी के बीच मतभेद और कलह की स्थिति बनी रहती है। विवाह में देरी होती है या दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ता है। मोटापा बढ़ सकता है या पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। लिवर, डायबिटीज, रक्तचाप आदि बीमारियां हो सकती हैं। त्वचा रोग, सूजन या जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। मानसिक तनाव बना रहता है और निर्णय लेने में कठिनाई होती है। धार्मिक कार्यों में अरुचि हो जाती है। सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट आती है। लोग अनदेखा करने लगते हैं और अच्छे संबंध बिगड़ जाते हैं, व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है।
गुरु ग्रह को मजबूत करने के उपाय
अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो तो कुछ उपायों से इसे मजबूत किया जा सकता है। ये उपाय न केवल जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं, बल्कि सुख-समृद्धि और शांति भी प्रदान करते हैं।
- गुरुवार के दिन पीले वस्त्र, चने की दाल, हल्दी, गुड़ और सोना दान करें।
- गरीबों, ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
- गौशाला में चारा दान करें और केले के वृक्ष में जल अर्पित करें।
- गुरुवार के दिन “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- बृहस्पति बीज मंत्र: “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
- विष्णु भगवान की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- पीले रंग के वस्त्र पहनें, खासकर गुरुवार के दिन।
- भोजन में हल्दी का प्रयोग बढ़ाएं।
- पीले फूल घर में रखें और घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में हल्दी का तिलक करें।
- चने की दाल, गुड़, केला और पीले फल खाएं।
- गुरुवार के दिन नमक न खाएं।
- पीला पुखराज (टोपाज़) सोने में बनवाकर तर्जनी अंगुली में गुरुवार को धारण करें।
- सोना धारण करना भी शुभ माना जाता है।
- गुरुवार का व्रत रखें और पीले वस्त्र धारण करें।
- इस दिन केले के पेड़ की पूजा करें और जल अर्पित करें।
- गुरुजनों, माता-पिता और वृद्धों का सम्मान करें।
- झूठ, छल-कपट और बुरे कर्मों से बचें।
- दान-पुण्य और धार्मिक कार्यों में भाग लें।
- सत्य बोलें और अच्छे विचार रखें।
जब गुरु ग्रह मजबूत होता है, तो व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं:
- आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- शिक्षा और करियर में सफलता मिलती है।
- संतान सुख प्राप्त होता है और वैवाहिक जीवन सुखद बनता है।
- स्वास्थ्य बेहतर रहता है और बीमारियों से बचाव होता है।
- समाज में सम्मान बढ़ता है और भाग्य प्रबल होता है।