हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे
हनुमान चालीसा भगवान हनुमान की महिमा का गुणगान करने वाला एक अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारी स्तोत्र है। इसे तुलसीदास जी ने रचा था, और यह भक्तों को कई आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक लाभ प्रदान करता है। ज्योतिष के अनुसार, हनुमान चालीसा पढ़ने से ग्रहों की बाधाएं दूर होती हैं, शनि और मंगल के अशुभ प्रभाव समाप्त होते हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी प्रस्तुत है कि कैसे हनुमान चालीसा पाठ करने से बड़ी बड़ी विपत्ति दूर होती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि ज्योतिषीय दृष्टि से हनुमान चालीसा पढ़ने के कौन-कौन से लाभ हैं।
शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति हनुमान चालीसा पाठ करने से परेशानियां दूर होती है।
ज्योतिष में शनि की साढ़े साती और ढैय्या को बहुत कठिन समय माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति को मानसिक तनाव, धन हानि, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों और कार्यों में रुकावटों का सामना करना पड़ता है। हनुमान चालीसा में “शंकर सुवन केसरी नंदन, तेज प्रताप महा जगवंदन” का पाठ करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। जो लोग शनि की महादशा या अंतर्दशा से पीड़ित होते हैं, उन्हें प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए। इससे शनि ग्रह की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आ रही परेशानियां कम हो जाती हैं।
मंगल ग्रह के दोषों से राहत प्राप्त होती हैं
जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में होता है, वे क्रोधी स्वभाव के होते हैं, दुर्घटनाओं का सामना करते हैं और पारिवारिक जीवन में अशांति रहती है।
“बिद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर” पाठ करने से मंगल ग्रह की बाधाएं कम होती हैं। मांगलिक दोष से ग्रसित लोगों को मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। यह विवाह में आ रही बाधाओं को भी दूर करता है और वैवाहिक जीवन को सुखद बनाता है।
राहु और केतु के बुरे प्रभाव से रक्षा करता है हनुमान चालीसा का पाठ
राहु और केतु के प्रभाव से जीवन में मानसिक तनाव, भ्रम, आर्थिक अस्थिरता और अचानक समस्याएं उत्पन्न होती है, “भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे” का पाठ करने से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव समाप्त होते हैं। यह ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है। कालसर्प दोष और पितृ दोष से राहत पाने के लिए भी हनुमान चालीसा का पाठ अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
हनुमान चालीसा को नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर, तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत बाधाओं को दूर करने के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।
“नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा” का नियमित पाठ करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। बच्चे या बड़े, जो किसी भी तरह की बुरी नजर के प्रभाव में हैं, उन्हें हनुमान चालीसा सुनानी चाहिए। रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ने से भय और डर दूर हो जाता है।
हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का प्रतीक माना जाता है। हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
“बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार” के पाठ से बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है। यह अवसाद, चिंता और मानसिक अस्थिरता को दूर करता है। विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए यह अत्यंत लाभकारी है।
जिन लोगों का व्यापार ठीक से नहीं चल रहा या जो आर्थिक परेशानियों से गुजर रहे हैं, उनके लिए हनुमान चालीसा बहुत प्रभावी होती है।
“संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा” का पाठ करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं। व्यापार में वृद्धि के लिए मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए। इससे रुके हुए कार्य पूरे होते हैं और आय में वृद्धि होती है।
ज्योतिष के अनुसार, हनुमान चालीसा पढ़ने से न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है।
“नासै रोग हरे सब पीरा” के पाठ से रोगों से मुक्ति मिलती है। यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और व्यक्ति को ऊर्जावान बनाए रखता है। गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना चाहिए।
यदि आप यात्रा पर जा रहे हैं और सुरक्षित यात्रा चाहते हैं, तो हनुमान चालीसा पढ़ना बहुत लाभकारी होता है।
“संकट मोचन नाम तिहारो” के पाठ से दुर्घटनाओं का खतरा कम हो जाता है। लंबी यात्राओं पर निकलने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ने से राह की बाधाएं दूर होती हैं। यह अप्रत्याशित घटनाओं से बचाने में सहायक होता है।
जिन लोगों को शत्रुओं से परेशानी हो रही है या कानूनी मामलों में सफलता चाहिए, उन्हें हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी शत्रु हो जाते हैं पराजित” जब हनुमान चालीसा का श्रद्धा से पाठ किया जाता है। यह कानूनी मामलों में सफलता दिलाने में मदद करता है। यदि किसी को बार-बार मुकदमों या कोर्ट केस का सामना करना पड़ रहा हो, तो हनुमान चालीसा का पाठ बहुत प्रभावी होता है।
ग्रहों की शुभता बढ़ाने के लिए उपाय
मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
चमेली के तेल का दीपक जलाकर 108 बार “श्री हनुमतेयः नमः” का जप करके हनुमान चालीसा का पाठ करने से ऋण रोग और शत्रु जैसी विपत्ति से बचते है।
संकट और समस्याओं से बचने के लिए नियमित रूप से हनुमान चालीसा पढ़ें।
हनुमान चालीसा का पाठ न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि यह ज्योतिषीय रूप से भी बहुत प्रभावी है। यह शनि, मंगल, राहु, केतु और अन्य ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने में मदद करता है। साथ ही, यह नकारात्मक ऊर्जा, शत्रु बाधा, कानूनी मामलों, आर्थिक संकट और मानसिक तनाव को दूर करता है। यदि आप जीवन में सुख, शांति और सफलता चाहते हैं, तो प्रतिदिन श्रद्धा और विश्वास के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।