How to worship lord Shiva:
बेल पत्र भगवान शिव को अति प्रिय है| शिव पूजन से पहले ये अच्छे से जान ले की बेल पत्र कहीं से टूटे हुए न हो| इसका चिकना हिस्सा शिवलिंग से स्पर्श नहीं करना चाहिए| नीलकमल का पुष्प भी भगवान शिव को अतिप्रिय है| वही अन्य पुष्पों की बात करे तो कनेर आक, धतूरा अपराजिता, चमेली, नाग केसर ,गुलर आदि फूलो से भगवान शिव की पूजा करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते है| भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी बासी फूल न चढ़ाएं|
शिव पूजन में सावधानी:
शिव पूजन में काले वस्त्र न पहने| शिव पूजन के दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करें| किसी की निंदा और अनैतिक कार्य से दूर रहे| शिव पूजन में अक्षत बिल्कुल खंडित नहीं होने चाहिए| तुलसी का प्रयोग शिव पूजा में नहीं करना चाहिए| आप नारियल चढ़ा सकते है लेकिन नारियल का पानी नहीं चढ़ाए|
शिव पूजन विधि :
श्वेत वस्त्र धारण करके शिवलिंग पर जलभिषेक करें| दही, दूध, शहद, घी, शिवलिंग पर अर्पित करें|ॐ नमः शिवाय: का जप करते रहे| फिर से जलाभिषेक करे | शिवलिंग पर अक्षत चढ़ाएं , पुष्प और फूलो से शिवलिंग का शृंगार करें फूलो की माला भेंट करें| फल के रूप में केले आदि अर्पित करें| गाएं के घी का दीपक प्रज्वलित करें| धूप दिखाए| ध्यान रहे ॐ नमः शिवाय: का जप करते रहे| शिव चालीसा पढ़ें और आरती करें| पूरे श्रद्धा भाव से पूजन करें| भगवान शिव आपकी भावनाओं से जुड़े है| सच्चे हृदय से की गई पूजा से शिव प्रसन्न होकर आपको मनोवांछित फलों की प्राप्ति कराते है|
धन्यवाद