Nazar dosh: बुरी नज़र लाती हैं अशांति और दरिद्रता, बुरी नजर दूर करने के उपाय!
भारतीय संस्कृति में ‘बुरी नज़र’ या ‘नज़र लगना’ एक प्राचीन मान्यता है, जो पीढ़ियों से चली आ रही है! अक्सर जब किसी व्यक्ति की तरक्की, सुंदरता, सुख-शांति, या समृद्धि अचानक बाधित हो जाती है, तो लोग इसे ‘बुरी नज़र’ का प्रभाव मानते हैं! ज्योतिषशास्त्र और तांत्रिक ग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है! आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि बुरी नज़र क्या होती है, इसके लक्षण, इसके कारण और इसे दूर करने के ज्योतिषीय उपाय क्या हैं!
**बुरी नज़र क्या है?
‘बुरी नज़र’ एक नकारात्मक ऊर्जा है जो किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान पर पड़ने वाली जलन, ईर्ष्या या द्वेष की भावना से उत्पन्न होती है! यह ऊर्जा उस व्यक्ति के जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकती है जो दूसरों के आकर्षण, सफलता या संपत्ति का केंद्र होता है!नज़र लगना एक प्रकार की ऊर्जा का स्थानांतरण है! अत्यधिक प्रशंसा से भी नज़र लगती है!
कई बार शुभ कार्यों से पहले नज़र उतारने की परंपरा होती है! बुरी नज़र लगने से पहले मन अशांत हो जाता है! बुरी नज़र एक ऐसी शक्ति है जिसे विज्ञान भले पूरी तरह न माने, लेकिन भारतीय ज्योतिष और परंपराओं में इसका स्पष्ट स्थान है! यह मानसिक, सामाजिक और ऊर्जात्मक प्रभाव का परिणाम हो सकता है! यदि समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए और उचित ज्योतिषीय उपाय किए जाएं, तो इसके दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है!
घर में शुद्धता, सकारात्मकता, हवन, मंत्र-जाप, और साधना को स्थान देकर बुरी नज़र जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है!
**उदाहरण के लिए:**
* कोई बच्चा बहुत प्यारा और हंसमुख है, लेकिन अचानक रोने लगता है और खाना पीना छोड़ देता है!
* किसी का कारोबार अच्छा चल रहा होता है, लेकिन अचानक घाटे में चला जाता है!
* स्वस्थ व्यक्ति अचानक बीमार हो जाता है!
* बार-बार सिरदर्द रहना
* आत्मविश्वास में कमी
* अचानक ग़लत निर्णय लेना
* नींद में डरना या बुरे सपने आना
* कारोबार में अचानक गिरावट
* मशीनों का खराब होना
* लगातार विवाद या झगड़े होना
* धन हानि या चोरी
यह सब बुरी नज़र लगने के संकेत माने जाते हैं!
* बुरी नजर के बच्चों में लक्षण:**
* अचानक रोना या चिड़चिड़ापन
* दूध या खाना पीना बंद कर देना
* नींद न आना
* बुखार या दस्त लग जाना
**बुरी नज़र के कारण (Causes of Evil Eye)**
**ईर्ष्या या जलन: दूसरों की प्रगति या खुशी को देखकर उत्पन्न नकारात्मक भावनाएँ!
**अवांछित प्रशंसा: अति प्रशंसा से भी नज़र लगने की संभावना बढ़ जाती है!
**ऊर्जा असंतुलन: किसी व्यक्ति की ऊर्जा दूसरों की ऊर्जा से टकरा कर असंतुलन उत्पन्न कर सकती है!
**नकारात्मक ग्रह प्रभाव: कुंडली में राहु, केतु, शनि या चंद्रमा की अशुभ स्थिति!
**बुरी नज़र दूर करने के ज्योतिषीय उपाय (Astrological Remedies)**
**नमक और राई का प्रयोग;
एक मुट्ठी नमक, कुछ राई और सूखी लाल मिर्च लेकर नज़र लगे व्यक्ति के ऊपर से सात बार घुमा कर आग में डाल दें! यह प्रक्रिया मंगलवार या शनिवार को करें!
** नींबू और हरी मिर्च;
एक नींबू और सात हरी मिर्च लेकर धागे में पिरोकर दरवाजे पर टांग दें! यह नज़र दोष को प्रवेश करने से रोकता है!
**काले धागे का प्रयोग;
बुरी नज़र से बचाव के लिए हाथ या पैर में काला धागा बांधा जा सकता है। शनि वार या मंगलवार को पूजा करके इसे बांधें!
राहु केतु अगर कुंडली में खराब होकर स्थित है तो बुरी नजर जैसी नकारात्मक ऊर्जा बहुत जल्दी व्यक्ति को लगती हैं, ऐसे में राहु केतु के उपाय करने से भी बुरी नजर का प्रभाव दूर होता हैं! जान लेते हैं उपाय;
**राहु और केतु का उपाय:
राहु और केतु नकारात्मक ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं। इनसे जुड़े ग्रह दोषों के लिए “राहु बीज मंत्र” या “केतु बीज मंत्र” का जाप करें!
**(राहु मंत्र):
*”ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”*
**(केतु मंत्र):**
*”ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः”*
इन्हें एक माला प्रतिदिन जाप करना लाभकारी होता है)!
बुरी नजर के लिए चंद्रमा की स्थिति में सुधार लाना भी अत्यंत जरूरी होता है! चंद्रमा भावनाओं और मनःस्थिति से जुड़ा होता है! अगर चंद्रमा कमजोर है तो व्यक्ति जल्दी दूसरों की ऊर्जा से प्रभावित होता है! चंद्रमा को बलवान करने के लिए “ॐ सोम सोमाय नमः” मंत्र का जाप करें!
** काले तिल का दान:**
शनिवार को काले तिल और काली उड़द का दान करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है!
**हनुमान चालीसा का पाठ;
**हनुमान जी को बुरी शक्तियों का विनाशक माना जाता है! प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से नज़र दोष से राहत मिलती है!
**सात्विक आहार और विचार:
सकारात्मक सोच और सात्विक जीवनशैली अपनाएं! इससे आपकी ऊर्जा सुरक्षित रहती है!
**घर में गौ माता की तस्वीर या मूर्ति रखें;
गौ माता को शुभ ऊर्जा की प्रतीक माना गया है! इनके चित्र या मूर्ति घर में रखने से नज़र दोष दूर होता है!
**सूर्य नमस्कार और ध्यान;
रोजाना सूर्य नमस्कार और ध्यान करने से आपकी आभा (Aura) मजबूत होती है, जिससे बुरी नज़र का असर नहीं होता!
**बुरी नज़र से बच्चों को कैसे बचाएं उपाय ;
1. **काजल का टीका:**
बच्चों को बुरी नज़र से बचाने के लिए उनके माथे, कान या पैर पर हल्का सा काजल का टीका लगाएं!
2. **नज़र बट्टू:**
नज़र बट्टू (छोटा सा ताबीज) बच्चों के गले या कमर में पहनाया जाता है!
3. **नारियल उतारना:**
एक सूखा नारियल बच्चे के सिर से सात बार घुमा कर जल में बहा दें या जलाएं! इसको करने राहु के दुष्प्रभाव भी दूर होते है!
कभी-कभी जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति ही ऐसी होती है कि व्यक्ति पर बुरी नज़र का असर जल्दी होता है! विशेष रूप से जब चंद्रमा, राहु, केतु और शनि अशुभ स्थानों पर हों! इस स्थिति में क्या करें?
* किसी योग्य वैदिक ज्योतिषी से कुंडली दिखाएं!
* ग्रहों की शांति के लिए उपाय करें!
* विशेष पूजा जैसे “नज़र दोष निवारण हवन” कराएं!
**नज़र दोष से बचने के सरल मंत्र (Simple Mantras for Protection)**
1. **“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”**
यह मंत्र शक्ति प्रदान करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है!
2. **“ॐ नमः शिवाय”**
नित्य जाप करने से मन स्थिर होता है और बुरी शक्तियाँ पास नहीं आतीं!
सावधानी: हर किसी से अपनी प्लानिंग शेयर करने से आपको बचना चाहिए!