सिर्फ़ 3 मिनट रोज़ ये मंत्र पढ़ें? शनि दोष साढ़ेसाती ढैया के कष्ट होते है दूर!
ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को न्यायाधीश कहा गया है! यह ग्रह व्यक्ति के कर्मों का फल देता है! अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हो या शनि की ढैया / साढ़ेसाती चल रही हो, तो जीवन में अनेक कठिनाइयाँ, मानसिक तनाव, आर्थिक संकट और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ सामने आती हैं! इसे शनि दोष कहा जाता है। लेकिन शास्त्रों में इसका सरल उपाय भी बताया गया है , प्रतिदिन केवल 3 मिनट शनि मंत्र का पाठ करना है, कैसे करना है आप आज जानेंगे! ओमांश एस्ट्रोलॉजी आज एक ऐसे मंत्र के बारे मे बताने जा रहे हैं जिसको करने से शनि संबंधित कष्ट दूर होते है, तो आइए जानते हैं!
यदि आप रोज़ मात्र 3 मिनट शनि मंत्र पढ़ते हैं तो शनि दोष शांत हो जाता है, जीवन में स्थिरता आती है और कठिनाइयाँ धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं! आइए विस्तार से समझते हैं!
#शनि दोष क्या होता है?
#शनि साढ़ेसाती – जब शनि जन्म राशि से पहले, उसी राशि में या अगली राशि में गोचर करते हैं तो यह साढ़े सात साल की अवधि कहलाती है!
#शनि की ढैया – जब शनि चौथे या आठवें स्थान पर आते हैं तो ढाई साल तक परेशानी देते हैं!
#कुंडली में नीच या शत्रु भाव में शनि – इससे नौकरी में रुकावट, व्यापार में घाटा और पारिवारिक तनाव बढ़ सकता है!
**शनि दोष के लक्षण –
*मेहनत करने पर भी फल न मिलना
*अचानक आर्थिक हानि
*बार-बार बीमार रहना
*रिश्तों में तनाव
*मानसिक बेचैनी और आलस्य
**शनि मंत्र का महत्व;
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जप सबसे प्रभावी उपाय माना गया है! यह हमारे मन को शांत करता है, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और शनि के दुष्प्रभाव को कम करता है!
**केवल 3 मिनट रोज़ शनि मंत्र पढ़ने से:
*दुर्भाग्य दूर होता है
*भाग्य मजबूत होता है
*कार्यों में सफलता मिलती है
*धन-समृद्धि आती है
*मानसिक शांति बनी रहती है
कौन सा मंत्र पढ़ें?
शनि दोष से मुक्ति के लिए सबसे सरल और प्रभावशाली मंत्र है:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
👉 इसे रोज़ सुबह या शाम 108 बार जपें! यदि 108 बार समय न हो तो कम से कम 27 बार अवश्य करें! 3 मिनट में आराम से यह जप पूरा हो जाता है!
#मंत्र जप की विधि;
स्नान करके साफ कपड़े पहनें! अपने घर के पूजाघर या शांत स्थान पर बैठें! सामने शनि देव की तस्वीर या शनि यंत्र रखें! काले तिल के तेल का दीपक जलाएँ! अब मन को शांत करके इस मंत्र का जप करें! जप के बाद शनि देव से प्रार्थना करें कि आपके कष्ट दूर हों!
#शनि मंत्र जप से मिलने वाले लाभ;
1. कर्मों का सुधार – शनि न्यायप्रिय हैं। मंत्र जप करने से बुरे कर्मों का प्रभाव कम होता है!
2. धन-समृद्धि – आर्थिक रुकावटें धीरे-धीरे हट जाती हैं!
3. स्वास्थ्य लाभ – शारीरिक दर्द, जोड़ों की समस्या और आलस्य कम होता है!
4. रिश्तों में मधुरता – घर-परिवार और दांपत्य जीवन में सामंजस्य आता है!
5. मानसिक शांति – अवसाद, डर और बेचैनी दूर होती है!
6. नौकरी-व्यापार में सफलता – अटके हुए काम पूरे होने लगते हैं!
#ज्योतिषीय दृष्टिकोण से खास उपाय;
मंत्र जप के साथ कुछ छोटे उपाय और करें तो शनि दोष तेजी से शांत होता है:
#शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएँ!
*काले तिल, उड़द दाल और तेल का दान करें!
*शनिवार को शराब और मांसाहार से बचें।
*श्रमिकों और गरीबों की मदद करें!
*काले घोड़े की नाल का छल्ला धारण करें!
कई लोग जो लगातार आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्या और नौकरी की अस्थिरता से परेशान थे, उन्होंने केवल 3 मिनट का शनि मंत्र जप शुरू किया! कुछ ही महीनों में उन्हें सकारात्मक परिणाम मिलने लगे!
*नौकरी में प्रमोशन मिला!
*पुराना कर्ज चुकाने का मार्ग निकला!
*मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ा!
*जीवन में स्थिरता आती हैं !
पद्मपुराण और स्कंदपुराण में उल्लेख है कि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उनका नामजप सबसे श्रेष्ठ है!
हनुमान जी और शनि देव की कथा में भी आता है कि शनि केवल सच्चे भक्ति भाव और जप से ही शांत होते हैं!
#सावधानियाँ:
*मंत्र जप हमेशा शुद्ध मन से करें, दिखावे के लिए नहीं!
*मंत्र जप करते समय मन में किसी के लिए बुरा भाव न रखें!
*शनिवार को किसी का दिल दुखाने से बचें!
नकारात्मक कर्म करते हुए शनि मंत्र का प्रभाव आधा रह जाता है!
शनि दोष जीवन को कठिन बना देता है, लेकिन इसका सरल उपाय हमारे पास है! रोज़ केवल 3 मिनट शनि मंत्र का जप करके हम अपने जीवन से दुर्भाग्य को दूर कर सकते हैं! यह न सिर्फ़ शनि को प्रसन्न करता है, बल्कि हमारे मन और आत्मा को भी शांति प्रदान करता है!
👉 याद रखें – शनि हमें दंड नहीं देते, बल्कि हमारे कर्मों का फल दिलाते हैं। यदि हम कर्म सुधार के साथ मंत्र जप करेंगे तो शनि हमेशा शुभ फल देंगे!
✅ तो आज से ही शुरुआत करें –
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
मात्र 3 मिनट रोज़ पढ़ें और देखें कैसे आपके जीवन से शनि दोष धीरे-धीरे दूर हो जाता है!