Somvar ke upay: सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीज़? खुल जाएगा भाग्य का ताला
भारतीय संस्कृति में भगवान शिव को भोलेनाथ, महादेव और देवों के देव कहा जाता है! शिव भक्तों की पुकार तुरंत सुनते हैं और थोड़े से प्रयास में प्रसन्न हो जाते हैं! सोमवार का दिन शिव पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है! मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर कुछ विशेष चीज़ें अर्पित करने से न केवल मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बल्कि रुका हुआ भाग्य भी खुल जाता है! चाहे करियर में रुकावट हो, शादी में देरी हो, धन की कमी हो या स्वास्थ्य संबंधी परेशानी, सोमवार का व्रत और विशेष पूजन आपके जीवन में सुख-समृद्धि ला सकता है!
आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में आपको बताएंगे ,सोमवार को शिवलिंग पर कौन सी चीज़ चढ़ानी चाहिए, क्यों चढ़ानी चाहिए, उनका ज्योतिषीय महत्व, और किस तरह से ये आपके भाग्य को चमका सकती हैं!
सोमवार का दिन भगवान शिव की विशेष कृपा पाने का श्रेष्ठ समय है! यदि आप सही विधि से शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, शहद और अन्य पवित्र वस्तुएं अर्पित करते हैं, तो जीवन की रुकावटें दूर होकर भाग्य के द्वार खुल जाते हैं। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आपके मन और आत्मा को भी शांति प्रदान करने का एक अद्भुत तरीका है!
ज्योतिष में सोमवार का स्वामी चंद्रमा है, जो मन, भावनाओं और मानसिक स्थिरता का कारक ग्रह माना जाता है! यदि चंद्रमा कमजोर हो तो जीवन में अस्थिरता, मानसिक तनाव, आर्थिक कठिनाई और रिश्तों में खटास आ सकती है! भगवान शिव को चंद्रमा अपने मस्तक पर धारण करने के कारण चंद्रदेव का अधिपति माना जाता है!
#सोमवार को शिव पूजा करने से चंद्रमा मज़बूत होता है!चंद्र दोष, पितृ दोष और ग्रहण दोष भी कम होते हैं!
व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और शांति आती है!
सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाने वाली विशेष चीज़ें और उनका महत्व;
1*जल अर्पण;
जल अर्पण शिव पूजा का सबसे पहला और आवश्यक चरण है! यह शिवलिंग को शीतलता देता है और मन को शांति प्रदान करता है! मानसिक तनाव और चंद्र दोष दूर करता है!
*विधि:
पीतल, तांबे या चांदी के पात्र में गंगाजल या स्वच्छ पानी भरकर शिवलिंग पर धीमी धारा में चढ़ाएं और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें!
2*दूध अर्पण;
*दूध शिवलिंग को शीतलता देता है और इसे पवित्रता का प्रतीक माना जाता है! विवाह में आ रही रुकावट, संतान सुख और स्वास्थ्य सुधार के लिए लाभकारी!
*विधि:
*गाय का ताजा दूध बिना चीनी या किसी मिलावट के शिवलिंग पर अर्पित करें!
3#बेलपत्र (बिल्वपत्र)
*भगवान शिव को बेलपत्र अति प्रिय है! शास्त्रों में कहा गया है कि एक बेलपत्र अर्पित करने का फल हजारों कमल चढ़ाने के बराबर है! पितृ दोष और ग्रह दोष कम होते हैं, भाग्य उन्नति होती है!
विधि:
तीन पत्तियों वाला ताज़ा बेलपत्र लें, उस पर चंदन से “ॐ” लिखें और उल्टा न रखें!
4*भस्म (विभूति)
*भस्म वैराग्य, शुद्धता और नश्वरता का प्रतीक है!नकारात्मक ऊर्जा, नजर दोष और शत्रु बाधा का नाश!
विधि:
*शिवलिंग पर हल्की मात्रा में भस्म अर्पित करें और अपने मस्तक पर भी लगाएं!
5*शहद;
*शहद भगवान शिव को मधुरता और प्रेम का प्रतीक है!
दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ाने, नौकरी में पदोन्नति और समाज में मान-सम्मान के लिए लाभकारी!
विधि:
*शिवलिंग पर शुद्ध शहद की कुछ बूंदें अर्पित करें!
6*गन्ने का रस;
*गन्ने का रस मिठास और समृद्धि का प्रतीक है!धन लाभ, व्यापार वृद्धि और आर्थिक स्थिरता!
*विधि:
*गन्ने का ताजा रस शिवलिंग पर चढ़ाएं, ध्यान रहे उसमें कोई कीड़ा या गंदगी न हो!
7*दही;
दही चंद्रमा का प्रिय भोग माना जाता है! मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ और रोग निवारण!
विधि:
सफेद ताजे दही से शिवलिंग का अभिषेक करें!
8*सफेद फूल;
*सफेद रंग पवित्रता और शांति का प्रतीक है,मानसिक तनाव कम करता है, रिश्तों में सामंजस्य लाता है!
*विधि:
कुमुदिनी, चमेली या सफेद कनेर के फूल शिवलिंग पर अर्पित करें!
#सोमवार को शिवलिंग पूजा की संपूर्ण विधि;
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें, मंदिर या घर के पूजन स्थल को स्वच्छ करें, दीपक जलाएं!
पहले गंगाजल से स्नान कराएं, फिर क्रम से दूध, दही, शहद, गन्ने का रस, जल और भस्म अर्पित करें!
मंत्र जप करते हुए बेलपत्र और सफेद फूल चढ़ाएं!
“ॐ नमः शिवाय” कम से कम 108 बार जपें!
शिव आरती करें और भोग अर्पित करें, फिर प्रसाद वितरित करें!
#भाग्य खुलने के संकेत;
सोमवार के दिन शिवलिंग पर ये चीज़ें अर्पित करने से अटके हुए कार्य पूरे होते हैं! धन के नए स्रोत खुलते हैं।
घर-परिवार में खुशहाली आती है! स्वास्थ्य में सुधार होता है! मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है।
अचानक पुराने रुके हुए पैसे मिलने लगना!
मन में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होना!
जीवन में नए अवसर और लोगों का सहयोग मिलना!
**महत्वपूर्ण सावधानियां;
#पूजा के समय मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहें!
#शिवलिंग पर हल्दी, सिंदूर या लाल
चंदन न चढ़ाएं!
#तांबे के पात्र में दूध न रखें, इससे दोष लगता है!
#बेलपत्र हमेशा ताजा और बिना छेद वाला हो!