केतु का कुंडली के सप्तम भाव में फल? केतु अगर सातवें भाव में हो… भारतीय वैदिक ज्योतिष में सातवां भाव (सप्तम भाव) विवाह, जीवनसाथी, साझेदारी, प्रेम, और जनसंपर्क का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव से जातक के वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता, वैवाहिक सुख, जीवनसाथी का स्वभाव, व्यापारिक साझेदारियाँ, और सार्वजनिक संबंधों का आकलन किया…
Read MoreKetu Gochar: साल 2025 में केतु बदलेंगे चाल, होगा बड़ा राशि परिवर्तन साल 2025 में केतु ग्रह का गोचर 18 मई को कन्या राशि से सिंह राशि में होगा। केतु एक छाया ग्रह है, जो हमेशा वक्री गति से चलता है और लगभग 18 महीने में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता…
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