केतु का कुंडली के सप्तम भाव में फल? केतु अगर सातवें भाव में हो…

केतु का कुंडली के सप्तम भाव में फल? केतु अगर सातवें भाव में हो…   भारतीय वैदिक ज्योतिष में सातवां भाव (सप्तम भाव) विवाह, जीवनसाथी, साझेदारी, प्रेम, और जनसंपर्क का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव से जातक के वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता, वैवाहिक सुख, जीवनसाथी का स्वभाव, व्यापारिक साझेदारियाँ, और सार्वजनिक संबंधों का आकलन किया…

Read More