Air India Plain Crash: 2025 में इतने भीषण हादसे क्यों हो रहे हैं? क्या ये कालचक्र का प्रभाव है? जानते है ज्योतिष की दृष्टि से! वर्ष 2025 अभी आधा भी नहीं बीता है, और दुनिया भर में प्राकृतिक आपदाओं, विमान दुर्घटनाओं, आगजनी, भूकंप, और मानवीय त्रासदियों की बढ़ती संख्या ने सभी को चौंका दिया है।…
Read Moreराहु किससे डरता है? कौन-से देवता का उपाय इसे करता है शांत ? राहु हिन्दू ज्योतिष में नवग्रहों में से एक ‘छाया ग्रह’ है। यह शारीरिक ग्रह नहीं, बल्कि चंद्रमा के आरोही नोड (North Lunar Node) का प्रतीक है! समुन्द्र मंथन की कथा अनुसार, जब असुर सवरभानु ने छलपूर्वक अमृत पिया, तो भगवान विष्णु…
Read Moreसफ़ेद चंदन का तिलक लगाने से क्या होता है? किन लोगों को विशेष रूप से लगाना चाहिए? भारतवर्ष की संस्कृति में तिलक का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर दैनिक जीवन तक, तिलक का प्रयोग न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्तर पर भी इसके अनेक लाभ…
Read Moreकेतु का कुंडली के सप्तम भाव में फल? केतु अगर सातवें भाव में हो… भारतीय वैदिक ज्योतिष में सातवां भाव (सप्तम भाव) विवाह, जीवनसाथी, साझेदारी, प्रेम, और जनसंपर्क का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव से जातक के वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता, वैवाहिक सुख, जीवनसाथी का स्वभाव, व्यापारिक साझेदारियाँ, और सार्वजनिक संबंधों का आकलन किया…
Read Moreकुंडली के आठवें घर में राहु का फल! जुआ,सट्टे, या काला जादू…. वेदिक ज्योतिष में राहु एक छाया ग्रह है, जिसे नकारात्मक प्रभावों का वाहक माना जाता है। यह ग्रह भौतिक इच्छाओं, माया, छल, भ्रम, और विदेशी तत्वों से जुड़ा होता है। कुंडली के विभिन्न भावों में राहु की स्थिति अलग-अलग प्रकार के प्रभाव…
Read More