हनुमान जी को तुलसी चढ़ाने से क्या होता हैं? जानिए कर्ज और रोग मुक्ति प्राप्ति उपाय!!
भारतीय संस्कृति में हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और निष्ठा का प्रतीक माना जाता है। उन्हें कलियुग में जीवित देवता भी कहा गया है, जो अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिसमें उन्हें सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़-चना, नारियल आदि चढ़ाए जाते हैं। इन्हीं पूजन सामग्रियों में एक अत्यंत शुभ और पवित्र वस्तु है , तुलसी के पौधे को हिन्दू धर्म में माता का दर्जा दिया गया है, और इसे विष्णु भगवान की प्रिय वस्तु माना गया है। परंतु जब यह हनुमान जी को अर्पित की जाती है, तो इसके पीछे खास ज्योतिषीय कारण और आध्यात्मिक महत्त्व होता है। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने पाठकों के लिए हनुमान जी को तुलसी चढ़ाने से क्या होता है से संबंधित बेहद अहम जानकारी लेकर प्रस्तुत है!
तुलसी को संस्कृत में “विष्णुप्रिया” कहा गया है। यह पौधा न केवल आयुर्वेद में औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी इसका बहुत बड़ा स्थान है। पुराणों के अनुसार तुलसी का प्रत्येक पत्ता पवित्र होता है और देवताओं को अर्पित करने पर यह मनोकामना पूर्ति में सहायक होती है।
**हनुमान जी और तुलसी एक विशेष संबंध;
आमतौर पर यह धारणा है कि तुलसी केवल विष्णु, कृष्ण और उनके अवतारों को ही चढ़ाई जाती है, परंतु हनुमान जी को तुलसी अर्पित करने की परंपरा का उल्लेख कई धार्मिक ग्रंथों और लोक परंपराओं में मिलता है!
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी ग्रहों की विशेष स्थिति को संतुलित करने में सहायक होती है। यह विशेष रूप से शनि, राहु और केतु जैसे पाप ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करती है। चूँकि हनुमान जी को शनि देव का नियंत्रक माना गया है, इसलिए जब तुलसी उन्हें चढ़ाई जाती है, तो इसका सीधा संबंध ग्रह दोषों के निवारण से जुड़ता है।
हनुमान जी की पूजा और साथ में तुलसी अर्पण से शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि महादशा के दुष्प्रभावों में कमी आती है। तुलसी शुद्धता और शांत स्वभाव की प्रतीक है, जो शनि के क्रोध को शांत करती है।
कुंडली में कालसर्प योग, राहु-केतु दोष या ग्रहण दोष होने पर यदि हनुमान जी को तुलसी के पत्ते चढ़ाकर पूजा की जाए, तो ये दोष धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि होती हैं!
तुलसी की पवित्रता और हनुमान जी की शक्ति का संयोग व्यक्ति को मानसिक रूप से स्थिर करता है। इससे आत्मबल बढ़ता है और भय, तनाव और भ्रम दूर होता है। तुलसी के पत्तों में सकारात्मक ऊर्जा होती है। जब इसे हनुमान जी पर चढ़ाया जाता है, तो वह शक्ति का रूप लेकर आपके जीवन से बाधाओं को दूर करते हैं और शत्रुओं की शक्ति क्षीण होती है!
हनुमान जी को तुलसी चढ़ाना एक प्रकार की निःस्वार्थ भक्ति का प्रतीक है। इससे साधक की आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है, और वह भक्ति मार्ग पर अग्रसर होता है।
अगर आप कर्ज जैसी कठिन परिस्थिति में फंस गए हैं तो हनुमान जी पर तुलसी के पत्ते चढ़ाने से शीघ्र लाभ प्राप्त होता है! साथ ही आपको अपार धन और सफलता की प्राप्ति होती हैं!
**कब और कैसे चढ़ाएं तुलसी हनुमान जी को?
* मंगलवार और शनिवार को विशेष फलदायक माना जाता है।
* हनुमान जयंती पर भी तुलसी अर्पण करना अत्यंत शुभ होता है।
**पूजन विधि:**
1. प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
2. एक स्वच्छ थाली में तुलसी के ताजे पत्ते रखें।
3. हनुमान जी के समक्ष दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
4. उन्हें सिंदूर, चमेली का तेल अर्पित करें।
5. अब तुलसी अर्पण करते हुए “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें।
6. अंत में आरती करें और प्रसाद ग्रहण करें।
**हनुमान जी को तुलसी चढ़ाने से जुड़े कुछ नियम;
* सूखे या पीले पड़े तुलसी पत्र न चढ़ाएं।
* तुलसी पत्र तोड़ते समय मन में पवित्रता रखें और “श्री तुलस्यै नमः” बोलें।
* एक बार में बहुत सारे पत्ते तोड़ने से बचें! तुलसी माता का सम्मान करें।
तुलसी का सुगंधित स्पर्श और उसका प्राकृतिक हरा रंग मन को शांति देता है। जब इसे हनुमान जी के साथ जोड़ा जाता है, तो यह एक प्रकार की आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
पद्म पुराण श्रीमद्भागवत आदि में तुलसी को कलियुग में मोक्षदायिनी बताया गया है! रामचरितमानस में तुलसी को “हरि की प्रिय” कहा गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हनुमान जी (जो श्री राम के परम भक्त हैं) भी तुलसी से प्रसन्न होते हैं।
हनुमान जी पर तुलसी अर्पित करना एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली धार्मिक कार्य है। इससे न केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी कई दोषों का निवारण संभव होता है। तुलसी की सात्विकता और हनुमान जी की भक्ति शक्ति मिलकर जीवन में संतुलन, साहस, आत्मबल और शांति लाती है।
यदि आप भी जीवन में किसी भी प्रकार की बाधाओं, मानसिक तनाव, ग्रह दोष या आत्मबल की कमी से जूझ रहे हैं, तो आज ही से यह सरल और दिव्य उपाय अपनाएं ! हनुमान जी पर श्रद्धा से तुलसी अर्पित करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।