Diwali 2025: दिवाली 2025 में कब है? जानिए लक्ष्मी पूजन विधि और चमत्कारी उपाय!
भारत में दिवाली का पर्व केवल दीप जलाने और मिठाई खाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक, धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। इसे “महालक्ष्मी पूजन” का पर्व कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी घर-घर आती हैं और भक्तों पर धन, वैभव, सौभाग्य एवं समृद्धि की कृपा करती हैं। दिवाली की रात लक्ष्मी जी, गणेश जी और कुबेर देव का पूजन विशेष महत्व रखता है। वर्ष 2025 में दिवाली 21 अक्टूबर, मंगलवार के दिन मनाई जाएगी। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी दिवाली 2025 से जुड़ी बेहद अहम जानकारी लेकर प्रस्तुत है, इस लेख में हम दिवाली 2025 की लक्ष्मी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, ज्योतिषीय महत्व, और धन प्राप्ति के उपाय विस्तार से जानेंगे।
**दिवाली 2025 का महत्व:
1. आध्यात्मिक दृष्टि से – यह पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। दीप जलाकर हम अपने जीवन से अज्ञान और दुखों का अंधकार दूर करते हैं।
2. धन लाभ के लिए – महालक्ष्मी की पूजा करने से व्यापार, करियर और धन में वृद्धि होती है।
3. ज्योतिषीय दृष्टि से – दिवाली की अमावस्या को चंद्रमा अदृश्य होता है और ग्रहों की शक्तियां विशेष रूप से सक्रिय होती हैं। इस समय की गई साधना शीघ्र फल देती है।
4. पारिवारिक सौहार्द के लिए – दीपावली पर किया गया लक्ष्मी पूजन घर में सुख-शांति लाता है।
**दिवाली 2025 लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त:
तिथि: मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 21 अक्टूबर सुबह 06:45 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त: 22 अक्टूबर सुबह 04:12 बजे
लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त (प्रदोष काल):
शाम 05:45 बजे से रात 08:15 बजे तक
इस समय में किया गया पूजन अत्यंत फलदायी रहेगा
**दिवाली 2025 लक्ष्मी पूजन की संपूर्ण विधि
1. घर की सफाई और सजावट:
दिवाली से पहले घर की अच्छी तरह सफाई करें।
मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और तोरण लगाएं।
मान्यता है कि साफ-सुथरे घर में ही लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है।
2. पूजन स्थल की तैयारी:
पूजन के लिए घर के उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) या उत्तर दिशा का चयन करें।
चौकी पर लाल या पीले कपड़े का आसन बिछाएं।
चौकी पर गणेश जी, लक्ष्मी जी और कुबेर देव की मूर्ति/चित्र स्थापित करें।
3. पूजन सामग्री:
दीपक (तेल/घी के)
धूप-बत्ती
फूल (कमल और गुलाब श्रेष्ठ)
चावल, रोली, हल्दी
मिठाई, फल, पंचामृत
कलश, नारियल, सिक्के
लाल कपड़ा, शंख, घंटी
4. पूजन प्रक्रिया
1. सबसे पहले गणेश जी का पूजन करें। बिना गणेश पूजन के कोई भी कार्य सफल नहीं होता।
2. इसके बाद महालक्ष्मी का आवाहन मंत्र पढ़ें –
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।
3. देवी को फूल, अक्षत, वस्त्र, आभूषण और मिठाई अर्पित करें।
4. फिर कुबेर देव का पूजन करें, क्योंकि वे धन के देवता हैं।
5. पूजन के बाद 21 दीपक जलाएं और घर के प्रत्येक कोने में रखें।
6. अंत में आरती करें और परिवार के साथ प्रसाद ग्रहण करें।
*दिवाली 2025 के विशेष ज्योतिषीय उपाय:
**धन लाभ के लिए:
*लक्ष्मी पूजन के समय श्री यंत्र या कुबेर यंत्र की स्थापना करें।
*पूजा के बाद 11 कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
*इस दिन नए खाते (लेजर) की शुरुआत करना व्यापार के लिए शुभ होता है।
**कर्ज मुक्ति के लिए:
*पूजा के समय एक नींबू पर चार लौंग लगाकर “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें।
*पूजा के बाद इस नींबू को तिजोरी या पर्स में रखें।
**पारिवारिक सुख-शांति के लिए:
*दिवाली की रात तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं।
*माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु का भी ध्यान करें।
*रोग-शोक से मुक्ति के लिए:
*दिवाली की रात 11 दीपक हनुमान जी के मंदिर में जलाएं।
*रोग निवारण हेतु “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें।
*व्यापार वृद्धि के लिए:
*पूजा के बाद हल्दी से “स्वस्तिक” बनाकर उसके ऊपर गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा रखें।
*तिजोरी में रखे खाते-बही पर हल्दी और चंदन का तिलक करें!
**दिवाली पर करने योग्य दान:
*गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और मिठाई दान करें।
*गौशाला में चारा और गुड़ दान करना शुभ होता है।
*तेल या घी का दीपक मंदिर में जलाकर रख दें।
**दिवाली पर वर्जित कार्य:
1. इस दिन घर में झगड़ा या कटु शब्द बोलना अशुभ माना जाता है।
2. झाड़ू या टूटा हुआ बर्तन न खरीदें।
3. अमावस्या की रात नकारात्मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं, इसलिए श्मशान या निर्जन स्थान पर न जाएं।
दिवाली 2025 का पर्व केवल दीप जलाने का नहीं बल्कि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा कर धन, सुख और सौभाग्य को आकर्षित करने का अवसर है। सही विधि से लक्ष्मी पूजन और उपाय करने पर जीव
न में समृद्धि का संचार होता है। इस दिवाली आप भी अपने घर को दीपों से सजाएं, श्रद्धा और विश्वास से माता लक्ष्मी का पूजन करें और उनके कृपा से सुख-समृद्धि प्राप्त करें।