Rahu ki madasha: इस मंत्र को बोलने से होते है राहु के दुष्प्रभाव होते है दूर
राहु जब खराब स्थिति में हो और महादशाओं में आ जाए तो व्यक्ति मात्र राहु के हाथ की कठपुतली बनके रह जाता है| ओमांश एस्ट्रोलॉजी के पाठको को आज कुछ कमाल के उपाय आपको बताने जा रहे है जिनको करने से राहु के दुष्परिणाम दूर होते है
यहां राहु की बात करे तो अगर राहु सकारात्मक रूप में हो तो व्यक्ति को उस पद अच्छी बुद्धि धन धान्य देता है आकर्षक बनाता है, प्रसीदी और लोकप्रियता देता है| लेकिन अगर खराब हो जाए तो व्यक्ति का सब कुछ नष्ट करने में देर नहीं करता| व्यक्ति मांस मदिरा शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन करता है| भगवान पर आस्था नहीं रखता| हिचकी पागलपन अल्सर गैस्ट्रिक और आंतों के रोग देता है|
राहु की महादशा व्यक्ति के ऊपर 18 वर्ष की होती है
राहु एक ऐसा गृह है जिसकी दृष्टि किसी पर पड़ जाए तो ऐसे ऐसे कार्य कराता है जिसे व्यक्ति करने के सोच भी नहीं सकता, व्यक्ति को भ्रम में डाल देता है और गलत फैसले करा कर भविष्य तक खराब कर देता है| जिस भी कार्य को व्यक्ति करता है उसमें अड़चने पैदा हो जाती है| लगातार धन का नुकसान कराता हैं| गलत फैसले से व्यक्ति कर्जदार हो जाता है| छाती से ऊपर का हिस्सा राहु के कंट्रोल हो जाता है| आंखे नाक गला माथा और सिर जकड़ जाता है|
राहु का प्रभाव:
जातक की कुंडली में राहु पूर्वजन्म के कर्मों को बताता हैं
राहु परिवर्तनशील और अस्थिर प्रवृत्ति का होता है
भौतिक रूप से इसका कोई रंग रूप आकार नहीं है, कोई राशि नहीं है न ही इससे संबंधित कोई वार है|
राहु का पहला कार्य झूठ बोलना सिखाता है, राहु की महादशा में व्यक्ति से अनैतिक कार्य करता है, झूठ का सहारा लेता है|
राहु के उपाय और मंत्र:
* ॐ रांग राहवे नमः मंत्र व्यक्ति को नित्य 108 बार करना चाहिए
* राहु की महादशा में ये शक्ति मंत्र व्यक्ति बोल बोल कर करता है तो राहु के दुष्प्रभाव तेजी से दूर होते है, मंत्र है”
ॐ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे: शक्ति मंत्र को करने से अचानक से धन का लाभ होता है
चींटियों को रोजाना पंजीरी डाले
हर बुधवार के दिन किसी सफाई कर्मचारी को चाय पिलाने से राहु शांत होता है
चींटियों को रोजाना पंजीरी डाले
शिवलिंग पर बेलपत्र और धतूरा चढ़ाने मात्र से राहु के दुष्प्रभाव दूर होते है
धन्यवाद