Sawan somvar upay: सावन के आखिरी सोमवार पर कौन सा उपाय खोल देगा भाग्य के द्वार ? कर्ज बीमारी दरिद्रता होती हैं दूर!
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है! इस महीने के हर सोमवार का अपना एक विशेष महत्व होता है, लेकिन सावन का अंतिम सोमवार विशेष रूप से प्रभावशाली और फलदायी होता है! यह दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने और जीवन के कठिन दौर को समाप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है! ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि इस दिन विशेष उपाय किए जाएं तो व्यक्ति का भाग्य पूरी तरह बदल सकता है!
आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं कि सावन के अंतिम सोमवार पर कौन-से ऐसे अद्भुत ज्योतिषीय उपाय हैं जो जीवन के दुख-दरिद्रता, बीमारी, नौकरी की समस्या, विवाह बाधा, कर्ज, और भाग्य की रुकावटों को दूर कर सकते हैं!
सावन का अंतिम सोमवार केवल एक धार्मिक अवसर नहीं है, यह भाग्य के द्वार खोलने वाला दिन भी है! जो व्यक्ति पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से इस दिन इन उपायों को अपनाता है, उसके जीवन में आश्चर्यजनक रूप से बदलाव आते हैं। ये उपाय ना केवल आध्यात्मिक रूप से लाभकारी हैं बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत शक्तिशाली माने गए हैं!
यदि आप भी जीवन की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं और भाग्य का साथ नहीं मिल रहा, तो इस सावन के अंतिम सोमवार को शिवजी के इन उपायों को अपनाइए और देखिए कि कैसे आपकी किस्मत आपके पक्ष में पलट जाती है! आइए जानते हैं इन खास उपायों के बारे में!
#उपाय;
1.*प्रातः 4 से 6 बजे के बीच उठकर स्नान करें!
#शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, शहद और बेलपत्र से अभिषेक करें!
*मंत्र: “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे” का 108 बार जाप करें!
**लाभ:
*मानसिक तनाव दूर होता है!
*भाग्य का सितारा तेज होता है!
*रोग-शोक का नाश होता है!
2.*कच्चे दूध में केसर मिलाकर शिवजी को अर्पित करें!
केसर सूर्य और बृहस्पति ग्रह से संबंधित है, जो भाग्य और सम्मान देते हैं!
*शिवलिंग पर अर्पण करते हुए कहें – “हे भोलेनाथ! मेरे भाग्य को शुभ और तेज बना दो”!
**लाभ:
*नौकरी या प्रमोशन में आ रही रुकावट दूर होती है!
*विवाह योग में तेजी आती है!
*भाग्य का दरवाजा खुलता है!
3.#धतूरा, आक और बेलपत्र से विशेष पूजा करें;
ये सभी वस्तुएं राहु-केतु और शनि के प्रभाव को शांत करती हैं!
*शिवलिंग पर आक और धतूरे के पुष्प अर्पित करें!
*बेलपत्र पर चंदन से “ॐ” लिखकर अर्पित करें!
*मंत्र: “ॐ महाकालाय नमः” का 21 बार जाप करें!
**लाभ:
*बुरे ग्रहों का प्रभाव कम होता है!
*अकस्मात दुर्घटना या शत्रु बाधा समाप्त होती है!
*कुंडली में कालसर्प दोष का प्रभाव कम होता है!
4.* घर में करें शिव चालीसा या रुद्राभिषेक;
#शिव चालीसा और रुद्राभिषेक ग्रहों की शांति का अचूक उपाय है!
घर में सुबह या संध्या समय शिव चालीसा का पाठ करें!
चाहें तो पंडित से एकमुखी रुद्राभिषेक कराएं!
**लाभ:
*घर में सुख-शांति आती है!
*पारिवारिक कलह समाप्त होता है!
*आर्थिक संकट दूर होता है!
5.*गरीबों को सफेद चीज़ों का दान करें;
#चंद्र, शुक्र और गुरु को मजबूत करने के लिए सफेद चीज़ें श्रेष्ठ मानी जाती हैं!
*चावल, दूध, मिश्री, सफेद वस्त्र, दही का दान करें!
*विशेष रूप से सोमवार के दिन ब्राह्मण या गरीब को दें!
**लाभ:
*भाग्य और पुण्य बढ़ता है।
*पितृ दोष और ग्रहण दोष शांत होता है।
*आर्थिक दृष्टि से उन्नति होती है।
6.#’शिव मंत्र’ द्वारा विशेष ध्यान और साधना करें;
चंद्र ग्रह का सीधा संबंध मन, भाग्य और मानसिक शक्ति से है!
एकांत स्थान पर रुद्राक्ष की माला से 108 बार महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें:
“ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…”
**लाभ:
*आत्मबल में वृद्धि होती है!
*गुप्त भय और मानसिक कमजोरी दूर होती है!
*निर्णय शक्ति और भाग्य बल मजबूत होता है!
7.#भगवान शिव को चांदी का नाग अर्पित करें;
#शनि, राहु और केतु से जुड़ी बाधाओं के निवारण में यह उपाय कारगर है!
चांदी से बना हुआ छोटा सा नाग-नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर अर्पित करें !फिर उसे तिजोरी या पूजा स्थान में रखें!
**लाभ:
*शत्रु बाधा, मुकदमा, या कोर्ट केस में जीत मिलती है!
#कुंडली में राहु-केतु दोष दूर होते हैं! अचानक धन लाभ के योग बनते हैं!
8.#नंदी शिवजी के वाहन हैं। इन्हें प्रसन्न करना शिवजी को प्रसन्न करना है!
*किसी मंदिर में जाकर नंदी को अपने हाथ से गुड़ और चना चबाकर खिलाएं!
*नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहें!
**लाभ:
*इच्छाएं शीघ्र पूरी होती हैं!
*विवाह या प्रेम संबंधों में आ रही बाधा समाप्त होती है!*भाग्य का प्रबल योग बनता है!
9.#सोमवार को उपवास करें और केवल सात्विक भोजन लें! उपवास चंद्रमा को बल देता है जो भाग्य का संवाहक है!
*सुबह से लेकर शाम तक केवल फलाहार करें!
*शिवजी को खीर, दूध, मिश्री का भोग लगाएं!
**लाभ:
*शरीर और मन की शुद्धि होती है!
*ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव समाप्त होता है!
*मनोकामना पूर्ति के योग प्रबल होते हैं!
#कालसर्प दोष निवारण के लिए विशेष पूजा;
यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो सावन के अंतिम सोमवार को नाग पूजा और शिवलिंग पर 11 नाग नागिनों की मूर्ति या धागा अर्पित करना अत्यंत फलदायी होगा!
**लाभ:
कालसर्प दोष के प्रभाव में कमी आती है!
करियर और विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं!अचानक धन हानि से बचाव होता है!