Shukra ke upay: शुक्रवार को खीर में यह खास चीज़ डालें, गरीबी होगी दूर!
भारतीय संस्कृति और ज्योतिष में शुक्रवार का दिन बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। यह दिन माँ लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। कहा जाता है कि यदि शुक्रवार को कुछ खास उपाय किए जाएँ, तो व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता दूर होकर सुख-समृद्धि का वास होता है। खासतौर पर शुक्रवार को खीर का विशेष महत्व बताया गया है। खीर माँ लक्ष्मी का प्रिय भोग है और इसे अर्पित करने से घर में धन-धान्य और सौभाग्य की वृद्धि होती है।
लेकिन प्रश्न यह है कि—सिर्फ खीर ही क्यों? और खीर में कौन-सी खास चीज़ मिलाकर मंदिर में चढ़ाई जाए, जिससे गरीबी दूर हो जाए और जीवन में समृद्धि का आगमन हो? आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी इसी से संबंधित बेहद अहम जानकारी लेकर प्रस्तुत है,आइए विस्तार से समझते हैं।
शुक्रवार का ज्योतिषीय महत्व
शुक्रवार को शुक्र ग्रह का दिन माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह व्यक्ति के जीवन में सुख-संपत्ति, ऐश्वर्य, सौंदर्य, भौतिक सुख-सुविधाएँ और दांपत्य सुख प्रदान करता है। यदि किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो जीवन में दरिद्रता, आर्थिक संकट, दांपत्य कलह और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
इसलिए शुक्रवार को कुछ खास धार्मिक उपाय करने से शुक्र ग्रह की अशुभता दूर होती है और माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
*खीर का महत्व क्यों?
भारतीय परंपरा में खीर को “संपन्नता” का प्रतीक माना गया है। दूध, चावल और शक्कर से बनने वाली खीर शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है।
*दूध = चंद्रमा और शांति का प्रतीक
*चावल = समृद्धि और वृद्धि का प्रतीक
*शक्कर = मधुरता और जीवन में मिठास का प्रतीक
जब इन तीनों को मिलाकर खीर बनाई जाती है और देवी-देवताओं को अर्पित की जाती है, तो यह प्रसाद रूप में जीवन में शांति, धन और सौभाग्य का आशीर्वाद लेकर आता है।
**खीर में कौन-सी खास चीज़ मिलानी चाहिए?
ज्योतिष और धर्मग्रंथों के अनुसार, शुक्रवार के दिन खीर में केसर मिलाकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है।
केसर माँ लक्ष्मी का प्रिय पदार्थ है।केसर का रंग पीला/केशरी होता है जो धन, वैभव और ऐश्वर्य का प्रतीक है।
शुक्र ग्रह को केसर से बेहद प्रसन्नता मिलती है।केसर को “सौभाग्य और समृद्धि का दाता” कहा गया है।
इसलिए जब आप खीर बनाकर उसमें केसर डालते हैं और फिर उसे मंदिर में चढ़ाते हैं, तो यह माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय होता है और वे शीघ्र प्रसन्न होकर गरीबी और दरिद्रता को दूर करती हैं।
**खीर अर्पित करने की सही विधि;
1. शुक्रवार की सुबह स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र पहनें।
2. घर में शुद्ध घी का दीपक जलाएँ।
3. दूध, चावल, चीनी और केसर डालकर खीर तैयार करें।
4. खीर बनाते समय ध्यान रखें कि मन पवित्र और शांत हो।
5. खीर को चांदी या मिट्टी के बर्तन में निकालें।
6. खीर को पहले माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु को अर्पित करें।
7. इसके बाद खीर को मंदिर में गरीबों और ब्राह्मणों में बाँट दें।
**अन्य महत्वपूर्ण बातें;
खीर बनाते समय नमक या किसी खट्टे पदार्थ का प्रयोग न करें।
*मंदिर में खीर चढ़ाते समय ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप करें।
*यदि संभव हो तो गुलाबी या सफेद फूल भी अर्पित करें।
*खीर का प्रसाद घर के सभी सदस्यों को अवश्य ग्रहण करना चाहिए।
*खीर अर्पण के लाभ;
1. गरीबी का नाश – खीर में केसर मिलाकर चढ़ाने से घर से दरिद्रता दूर होती है।
2. धन-धान्य की वृद्धि – घर में धन, सोना-चाँदी और वस्त्रों की वृद्धि होती है।
3. शांति और सौहार्द – परिवार में कलह समाप्त होकर आपसी प्रेम बढ़ता है।
4. व्यापार में सफलता – व्यापारियों के लिए यह उपाय अत्यंत फलदायी होता है।
5. शुक्र ग्रह की शांति – जिन लोगों की कुंडली में शुक्र अशुभ होता है, उन्हें विशेष लाभ मिलता है।
ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष मंत्र
यदि आप शुक्रवार को खीर अर्पित कर रहे हैं, तो इस मंत्र का जाप करें –
“ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”
इस मंत्र का जाप 108 बार करने से शुक्र ग्रह की कृपा मिलती है और जीवन में ऐश्वर्य का संचार होता है।
भारतीय ज्योतिष और धर्मशास्त्र में हर दिन का अलग महत्व बताया गया है। शुक्रवार विशेष रूप से माँ लक्ष्मी और शुक्र ग्रह का दिन है। इस दिन यदि खीर बनाकर उसमें केसर मिलाकर मंदिर में अर्पित की जाए, तो यह माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय होता है। ऐसा करने से न केवल जीवन से गरीबी दूर होती है, बल्कि धन, ऐश्वर्य, शांति और समृद्धि भी प्राप्त होती है।
इसलिए यदि आप अपने जीवन से आर्थिक तंगी दूर करना चाहते हैं और दरिद्रता से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आने वाले शुक्रवार से यह सरल उपाय अवश्य शुरू करें।
शुक्रवार = शुक्र ग्रह और माँ लक्ष्मी का दिन
खीर = शांति, समृद्धि और सुख का प्रतीक
खीर में मिलाएँ = केसर
लाभ = गरीबी दूर, धन और सौभाग्य की प्राप्ति