Vastu tips: घर का वास्तु दोष दूर करने के चमत्कारी टिप्स ! जानिए कैसे आएगी सुख-शांति और धन समृद्धि?
क्यों होता है घर में वास्तु दोष?
हर इंसान का सपना होता है कि उसका घर सुख, शांति और समृद्धि से भरा रहे। लेकिन कई बार घर में बिना किसी स्पष्ट कारण के अशांति, कलह, बीमारियाँ या आर्थिक तंगी बढ़ने लगती है।
ऐसे में कहा जाता है कि घर में वास्तु दोष (Vastu Dosh) उत्पन्न हो गया है।
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश , इन पाँच तत्वों के संतुलन पर आधारित है। जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है और जीवन में रुकावटें आने लगती हैं।
लेकिन चिंता की बात नहीं! कुछ आसान और चमत्कारी वास्तु उपायों से आप अपने घर की नकारात्मकता को समाप्त कर सकते हैं और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित कर सकते हैं। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी वास्तु दोष क्यों होते है और इन्हें दूर करने के खास टिप्स लेकर प्रस्तुत है, तो आइए जानते हैं!

1. घर का मुख्य द्वार – सकारात्मकता का प्रवेश द्वार
मुख्य द्वार को घर का “मुख” कहा गया है। यह वह स्थान है जहाँ से ऊर्जा घर में प्रवेश करती है।
🔹 मुख्य द्वार का उपाय:
*मुख्य द्वार पर स्वस्तिक, ॐ, या श्री यंत्र का चिन्ह बनाएं।
*दरवाजे के दोनों ओर आम या अशोक के पत्ते लटकाएं।
*मुख्य द्वार पर हमेशा प्रकाश रखें, विशेषकर शाम के समय।
*टूटी या चरमराती हुई दरवाज़े की आवाज़ तुरंत ठीक करें।
मुख्य द्वार से शनि और राहु की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है, इसलिए वहाँ सकारात्मक प्रतीक रखने से यह ऊर्जा निष्क्रिय हो जाती है।
2. घर में पानी की दिशा का ध्यान रखें:
पानी वास्तु में चंद्र और शुक्र का कारक होता है। यदि पानी गलत दिशा में रखा जाए तो भावनात्मक असंतुलन, धन हानि और तनाव बढ़ सकता है।
🔹 उपाय:
*घर में जल से जुड़ी चीज़ें (जैसे वाटर पॉट, फिश एक्वेरियम या फाउंटेन) उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में रखें।
*जल निकासी का रास्ता उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ होता है।
*गंदा पानी या टंकी का रिसाव वित्तीय हानि का कारण बनता है, इसलिए तुरंत सुधार करें।
चंद्रमा भावनाओं और मानसिक शांति का प्रतीक है, इसलिए ईशान कोण में जल तत्व रखने से मन और विचारों में शांति आती है।
3. रसोईघर में अग्नि का संतुलन
रसोई घर वास्तु के अनुसार अग्नि तत्व का स्थान है। यदि यह गलत दिशा में हो तो परिवार में विवाद और स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
🔹 उपाय:
*गैस चूल्हा या कुकिंग प्लेट दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
*पानी से जुड़ी चीज़ें जैसे सिंक, फ्रिज, आदि उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
*रसोई को हमेशा साफ-सुथरा और उज्ज्वल रखें।
*अग्नि तत्व मंगल ग्रह से जुड़ा होता है। यदि रसोई गलत दिशा में हो तो मंगल दोष उत्पन्न होता है जिससे गुस्सा, दुर्घटनाएँ और आपसी मतभेद बढ़ते हैं।
4. तुलसी और वास्तु पौधे लगाएं
*पौधे घर की ऊर्जा को शुद्ध करते हैं और सकारात्मकता बढ़ाते हैं। तुलसी का पौधा तो लक्ष्मी स्वरूपा मानी जाती है।
🔹 उपाय:
*तुलसी का पौधा उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
*मनी प्लांट, पाथोस, या बाँस के पौधे (Lucky Bamboo) भी शुभ होते हैं।
*कैक्टस या कांटेदार पौधे घर के अंदर न रखें, यह कलह बढ़ाते हैं।
शुक्र और बुध ग्रह हरे पौधों से प्रभावित होते हैं। इन पौधों से इन ग्रहों की शुभता बढ़ती है जिससे जीवन में समृद्धि आती है।
🪔 5. दीपक और धूप से नकारात्मक ऊर्जा का नाश;
हर दिन दीपक जलाना और धूप-दीपदान करना वास्तु और ज्योतिष दोनों में अत्यंत शुभ माना गया है।
🔹 उपाय:
*सुबह और शाम को घर के मंदिर में घी का दीपक जलाएं।
*हफ्ते में एक दिन कपूर और लौंग जलाकर घर में घुमाएं।
*यदि घर में तनाव या झगड़े बढ़ रहे हों तो लाल चंदन की धूप जलाएं।
*अग्नि तत्व से ग्रहों की नकारात्मकता जलती है। दीपक जलाने से मंगल, सूर्य और केतु के दोष शांत होते हैं।
🌸 6. घर के रंगों का प्रभाव
*रंग हमारे मन और ऊर्जा पर सीधा प्रभाव डालते हैं। गलत रंग घर में नकारात्मकता बढ़ा देते हैं।
🔹 उपाय:
*उत्तर दिशा: हल्का नीला या हरा रंग — बुध ग्रह को मजबूत करता है।
*पूर्व दिशा: हल्का पीला — सूर्य की सकारात्मकता बढ़ाता है।
*दक्षिण दिशा: गुलाबी या नारंगी — मंगल और अग्नि को सक्रिय करता है।
*पश्चिम दिशा: सफेद या क्रीम — शनि की शांति बनाए रखता है।
प्रत्येक दिशा से संबंधित ग्रह को संतुलित रखने से मानसिक और आर्थिक स्थिरता मिलती है!

🧿 7. नकारात्मक ऊर्जा हटाने के सरल उपाय
अगर घर में अचानक से झगड़े, नुकसान या बेचैनी बढ़ जाए, तो नीचे दिए गए उपाय करें
🔹 उपाय:
1. नमक के पानी से सप्ताह में एक बार फर्श पोछें।
2. कपूर के टुकड़े हर कोने में रखें।
3. घर में सीप या शंख रखने से नकारात्मकता कम होती है।
4. मुख्य द्वार पर काला घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर शनिवार को लगाएं , ऐसा करने से राहु-शनि दोष शांत होता है।
🔸 ज्योतिषीय कारण:
राहु, केतु और शनि नकारात्मक ग्रह हैं जो घर की ऊर्जा को प्रभावित करते हैं। इन उपायों से उनकी ऊर्जा संतुलित होती है।
8. धन की वृद्धि और लक्ष्मी का आगमन;
**अगर घर में बार-बार धन रुकता है या खर्च बढ़ता है, तो कुछ वास्तु उपाय लाभकारी होते हैं —
*उपाय:
*तिजोरी या लॉकर हमेशा दक्षिण दिशा की दीवार से सटाकर उत्तर दिशा की ओर खुलनी चाहिए।
*तिजोरी में श्री यंत्र या कुबेर यंत्र रखें।
*शुक्रवार को कमल गट्टा की माला से “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जाप करें।
*लाल कपड़े में चांदी का सिक्का लपेटकर तिजोरी में रखें।
शुक्र और कुबेर धन के कारक ग्रह हैं। ये उपाय इनकी शक्ति को बढ़ाते हैं जिससे स्थायी समृद्धि आती है।
9. घर के मंदिर का वास्तु
घर का मंदिर सकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत होता है।
🔹 उपाय:
*मंदिर हमेशा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में होना चाहिए।
*मूर्तियाँ पूर्व या पश्चिम की ओर मुख करके रखें।
मंदिर में टूटी या खंडित मूर्तियाँ कभी न रखें।
*रोजाना अगरबत्ती, दीपक और घंटी का प्रयोग करें।
ज्योतिषीय कारण:
ईशान कोण से सूर्य और बृहस्पति की ऊर्जा प्रवेश करती है, जो ज्ञान, सुख और स्वास्थ्य प्रदान करती है।
10. ग्रहों के अनुसार वास्तु संतुलन
कभी-कभी वास्तु दोष केवल दिशा या वस्तु के कारण नहीं बल्कि ग्रहों की स्थिति से भी उत्पन्न होता है।
🔹 उपाय:
यदि घर में शनि दोष है तो शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
राहु दोष के लिए काले तिल और नींबू का प्रयोग करें।
मंगल दोष के लिए मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
चंद्र दोष के लिए घर में सफेद रंग का प्रयोग अधिक करें।
वास्तु दोष दूर करना केवल घर की दिशा बदलने से नहीं होता, बल्कि यह हमारी ऊर्जा, श्रद्धा और नियमितता पर भी निर्भर करता है।
यदि आप इन चमत्कारी वास्तु टिप्स को अपनाते हैं, तो कुछ ही समय में घर में शांति, स्वास्थ्य और धन की वृद्धि महसूस होगी।
याद रखें —
“सकारात्मक सोच और सही दिशा में उठाया गया कदम, भाग्य को भी बदल देता है।”














