पैसा कमाने का शक्तिशाली मंत्र और उपाय! जानिए कुंडली में धन योग क्या है?

 

 

आधुनिक जीवन में धन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास पर्याप्त पैसा हो जिससे वह सुख-सुविधा भरा जीवन जी सके। लेकिन कई बार मेहनत के बावजूद भी धन की कमी बनी रहती है! ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष उपाय और मंत्र हमारे भाग्य के द्वार खोल सकते हैं! आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में आपको बताने जा रहे है कि कौन से शक्तिशाली उपाय, मंत्र और ज्योतिषीय उपाय जो धन प्राप्ति में सहायक हो सकते हैं! और आप भी अपार धन प्राप्त करके अपने सपने पूरे कर सकते हैं!

 

ज्योतिष के अनुसार हमारी कुंडली में स्थित ग्रह हमारी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करते हैं। विशेष रूप से बुध, शुक्र, गुरु (बृहस्पति), चंद्रमा और शनि की स्थिति धन के मामलों में महत्वपूर्ण होती है!

 

#बृहस्पति गृह ज्ञान, धन और समृद्धि का प्रतीक है! अगर यह शुभ स्थिति में है तो व्यक्ति को आर्थिक उन्नति मिलती है!

 

#शुक्र गृह ऐश्वर्य और विलासिता का कारक है! व्यापार में लाभ और मुनाफा शुक्र से जुड़ा होता है!

 

#बुध गृह व्यापार, बुद्धि और संचार का कारक है! इसकी स्थिति मजबूत होने पर व्यक्ति की निर्णय क्षमता बेहतर होती है!

 

#शनि गृह परिश्रम का फल देता है! यदि शनि की दृष्टि शुभ हो, तो धीरे-धीरे धन में वृद्धि होती है!

 

#कुंडली में धन योग

 

कुछ खास योग कुंडली में धनवान बनने का संकेत देते हैं:

यदि द्वितीय और एकादश भाव के स्वामी शुभ ग्रहों के साथ युति करें या दृष्टि रखें तो धन योग बनता है!

राज योग: पंचम, नवम, दशम भाव के मजबूत होने से **राज योग बनता है जो अत्यधिक धन दिलाता है!

**लक्ष्मी योग: यह तब बनता है जब लग्नेश और नवमेश शुभ होकर केन्द्र या त्रिकोण में स्थित हो और शुक्र बलवान हो! आगे आप जानेंगे कि की कौन से शक्तिशाली उपाय होते है जो आपकी कुंडली में खराब ग्रहों को शुभता की तरफ सक्रिय करते हैं!

 

 

#धन प्राप्ति के शक्तिशाली मंत्र; नियमपूर्वक जप करने से ये मंत्र अत्यंत प्रभावशाली हो सकते हैं:

# (1) श्री सूक्त मंत्र:

ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम्।

चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह॥

**उपयोग: प्रातः स्नान करके सफेद वस्त्र धारण कर कमल या पीले आसन पर बैठकर कम से कम 11 बार इस मंत्र का जप करें!

 

#कुबेर मंत्र:*

 

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा!

**उपयोग:** शुक्रवार या पूर्णिमा को इस मंत्र का 21 बार जप करें! साथ में लाल फूल, चावल और गुड़ अर्पित करें!

 

#महालक्ष्मी गायत्री मंत्र:*

ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि। तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्॥

 

**उपयोग:** दीपक जलाकर मां लक्ष्मी के समक्ष 108 बार जप करें! यह मंत्र विशेषतः शुक्रवार को फलदायी होता है!

 

#धन प्राप्ति के विशेष ज्योतिषीय उपाय;

 

(1) **पीपल को जल देना:**

 

हर शनिवार को पीपल के पेड़ को जल दें और काले तिल डालें! साथ ही “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें!

 

(2) **श्रीयंत्र की स्थापना:**

 

घर में उत्तर-पूर्व दिशा में स्वच्छ स्थान पर श्रीयंत्र स्थापित करें। नियमित रूप से इसकी पूजा करने से लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करती हैं!

 

(3) **हल्दी का उपाय:**

 

गुरुवार को पीले वस्त्र पहनकर हल्दी की गांठ को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। इससे आय में वृद्धि होती है!

 

(4) **गाय को रोटी खिलाना:**

 

प्रतिदिन पहली रोटी गाय को खिलाने से पितृ दोष और धन बाधाएं समाप्त होती हैं!

 

(5) **धन्वंतरि पूजा:**

 

धनतेरस, अक्षय तृतीया या किसी शुभ दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करके “ॐ धन्वंतरये नमः” मंत्र का जाप करें। इससे भी वित्तीय लाभ होता है!

 

#वास्तु से जुड़े उपाय

 

धन की प्राप्ति में वास्तु का भी अहम योगदान होता है:

 

* घर का *उत्तर-पूर्व दिशा* हमेशा स्वच्छ और हल्की होनी चाहिए। भारी वस्तुएं न रखें!

 

* तिजोरी को हमेशा *दक्षिण दिशा की दीवार* से लगाकर रखें और उसका मुंह *उत्तर दिशा* की ओर होना चाहिए!

 

* मुख्य द्वार के सामने आईना न रखें और प्रवेश द्वार पर “ॐ” या “स्वास्तिक” का चिन्ह बनाएं!

* घर में फटे-पुराने कपड़े, टूटी चीजें, बंद घड़ी आदि न रखें। ये नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं!

 6. रत्न और उपरत्न उपाय

 

धन वृद्धि के लिए कुछ खास रत्न बेहद उपयोगी माने गए हैं, लेकिन इनका उपयोग ज्योतिषी से परामर्श के बाद ही करें!

 

** पीला पुखराज (बृहस्पति का रत्न):** यदि आपकी कुंडली में गुरु शुभ है, तो यह रत्न धन, विद्या और समृद्धि देता है!

**हीरा (शुक्र का रत्न):** व्यवसाय, वैभव और विलासिता के लिए श्रेष्ठ है!

**पन्ना (बुध का रत्न):** व्यापारियों के लिए लाभकारी होता है। यह बुद्धि और निर्णय क्षमता बढ़ाता है!

 

**7 दान और सेवा का धन वृद्धि में महत्व;

 

धन सिर्फ प्राप्त करने से ही नहीं, बल्कि सही उपयोग और दान से भी बढ़ता है! निम्नलिखित सेवाएं आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती हैं;

 

**गुरुवार को गरीब ब्राह्मण को चना-दाल दान करें।**

**शनिवार को गरीबों में काला कपड़ा, तिल या सरसों का तेल दान करें।**

**अन्नदान** को सर्वोत्तम दान कहा गया है! इससे पुण्य के साथ-साथ धन लाभ भी होता है!

 

8. शनिदेव की कृपा

 

शनि की कृपा से मेहनत रंग लाती है। इन उपायों से शनि प्रसन्न होते हैं:

 

* शनिवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

* हनुमान मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

* “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें!

 

9. ध्यान और मानसिक ऊर्जा

 

कई बार पैसा हमारे विचारों और ऊर्जा से भी जुड़ा होता है। सकारात्मक सोच, संकल्प शक्ति और आत्मविश्वास से भी धन प्राप्त होता है!

 

* प्रतिदिन 15 मिनट ध्यान करें और कल्पना करें कि धन आपके जीवन में प्रवाहित हो रहा है!

* सकारात्मक अभिनय (Affirmations) दोहराएं, और साथ ही ये वाक्य खुद से लंबी गहरी साँस लेते हुए बोले;

 

  * *“मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हूं!”*

  * *“धन मेरी ओर सहजता से आ रहा है!

 

धन प्राप्ति केवल कर्म का ही नहीं बल्कि भाग्य, विचार और ऊर्जा का भी विषय है! ज्योतिषीय उपाय, मंत्र, यंत्र, रत्न, और नियमित साधना से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है! परंतु इन उपायों को श्रद्धा, नियम और विश्वास के साथ करना आवश्यक है!

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