Guru purnima: हर माह में एक बार पूर्णिमा का दिन आता है| लेकिन आषाढ़ मास में पड़ने वाली पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता हैं| आज ओमाँश एस्ट्रोलॉजी के पाठको के लिए बेहद खास जानकारी लेकर प्रस्तुत है| गुरु पूर्णिमा के दिन का बहुत महत्व है| इस दिन शिष्य अपने गुरु के प्रति अपने श्रद्धा सुमन आदर सम्मान भेंट करते है| साथ ही भगवान श्री हरी और मां लक्ष्मी की पूजा मां तुलसी की पूजा का विधान है|
इस दिन पर सूत का धागा लेकर हल्दी के पानी में पीला करके इसमें 108 गांठ बांधे ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: का जप करते हुए तुलसी मां के गमले पर अपनी मनोकामना बोलते हुए बांधे| इसको करने से जल्द ही आपकी इच्छापूर्ति होती है|
इस शुभ अवसर तामसिक भोजन से दूर रहे| ब्रह्चार्य का पालन करें|
गुरु पूर्णिमा के दिन आप अपने गुरु को पीले फल भेंट करें| पीले फूलों की माला चढ़ाए| और इस मंत्र का जप करें: “गुरुरब्रह्मा गुरुरविष्णु गुरुरदेवो महेश्वर: गुरुर: साक्षात परम ब्रह्म तत्समय श्री गुरुवे नम:”
इस प्रकार इस मंत्र का जप करें |
गुरु पूर्णिमा के दिन दान पुण्य करना बहुत शुभ माना जाता है| खासकर गोशाला में गोमाता को हरा चारा अवश्य खिलाएं|
हिंदू धर्म में प्रथम गुरु माता पिता को कहा गया है| इसीलिए गुरु पूर्णिमा के दिन एक स्थान पर बैठा कर उनकी परिक्रमा करे वा उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद प्राप्त करें|
पीले वस्त्र का महत्व:
गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा करते समय पीले वस्त्र धारण करें| पीला रंग गुरु ग्रह से संबंधित है| अर्थात पीले वस्त्र धारण करने से आपका गुरु ग्रह मजबूत होता है| वही इस दिन केले के पेड़ की पूजा करें|
आर्थिक तंगी दूर करने हेतु:
गुरु पूर्णिमा के दिन एक चुटकी हल्दी भगवान विष्णु को अपनी समस्या बोलते हुए अर्पित करें| साथ ही स्नान के पानी में एक चुटकी हल्दी डाल लकड़ी की चौंकी पर बैठ कर स्नान करें|
जल्दी विवाह के लिए उपाय:
विवाह में देरी होने से तनाव में है तो लाल कलावा तुलसी के गमले पर बांधे| और शुद्ध घी का दीपक जलाएं| और अपनी मनोकामना बोले| जल्द ही आपके जीवन धन की वृद्धि होती है| और आपकी मनोकामना पूर्ण होती हैं|
रोग मुक्ति उपाय
अगर किसी व्यक्ति को रोग बने रहते है तो गुरु पूर्णिमा के दिन रोगी व्यक्ति अपने सिर से 3 बार वार कर मंदिर में दान कर दें| आपके रोग जल्दी दूर होंगे|