काशी की 108 परिक्रमा करने जितना पुण्य मिलता है इन 12 दिव्य नामों को जपने मात्र से! जानिए कौन से है दिव्य 12 नाम ?

 

 

 

 

 

भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में नामस्मरण का विशेष महत्व है! माना जाता है कि भगवन्नाम जप, ध्यान और स्मरण से ही मनुष्य को पुण्य, शांति और मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है! विशेषकर, काशी (वाराणसी) जैसी पुण्यभूमि की परिक्रमा का महत्व अनंत है! परंतु क्या आप जानते हैं कि कुछ विशिष्ट 12 नामों का स्मरण करने मात्र से भी उतना ही फल प्राप्त हो सकता है जितना कि काशी की परिक्रमा से मिलता है?

 

यह बात स्वयं पुराणों और ज्योतिष ग्रंथों में वर्णित है कि इन 12 नामों का नियमित जप मन, तन और आत्मा को शुद्ध करता है, और मनुष्य को जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति दिलाता है! आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी आपके लिए ये बेहद अहम जानकारी लेकर प्रस्तुत है! आइए जानते हैं उन पवित्र 12 नामों के रहस्य और उनके ज्योतिषीय एवं आध्यात्मिक लाभ!

 

 

🔱 12 दिव्य नाम कौन से हैं?

 

1. केशव

 

2. नारायण

 

3. माधव

 

4. गोविंद

 

5. विष्णु

 

6. मधुसूदन

 

7. त्रिविक्रम

 

8. वामन

 

9. श्रिधर

 

10. हृषिकेश

 

11. पद्मनाभ

 

12. दामोदर

 

 

इन 12 नामों का वर्णन विष्णु पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण आदि में मिलता है! यह सभी नाम भगवान विष्णु के विविध स्वरूपों को दर्शाते हैं! इनका उच्चारण करने से ना केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि यह जीवन के ग्रहदोष, क्लेश, रोग और आर्थिक बाधाओं को भी शांत करता है!

 

 

🕉️ ज्योतिषीय दृष्टिकोण से 12 नामों का महत्व;

 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है! जब कोई व्यक्ति नियमित रूप से इन 12 नामों का जाप करता है, तो उसकी कुंडली में स्थित नौ ग्रहों की अशुभ स्थिति में सुधार आता है! विशेषतः:

 

#सूर्य – ‘केशव’ और ‘गोविंद’ नाम सूर्य दोष निवारण में सहायक होते हैं!

 

#चंद्र – ‘माधव’ नाम चंद्रमा की शांति के लिए प्रभावी है!

 

#मंगल – ‘मधुसूदन’ नाम से मंगल के क्रोध को शांत किया जा सकता है!

 

#बुध – ‘नारायण’ नाम बुध ग्रह को शुभ बनाता है!

 

#गुरु – ‘विष्णु’ और ‘श्रिधर’ नाम गुरु की कृपा दिलाते हैं!

 

#शुक्र – ‘त्रिविक्रम’ नाम शुक्र के प्रभाव को संतुलित करता है!

 

#शनि – ‘वामन’ और ‘हृषिकेश’ शनि के दंड को कम करने में सहायक हैं!

 

राहु और केतु – ‘पद्मनाभ’ और ‘दामोदर’ नाम इन छाया ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करते हैं!

 

 

 

 

 

 

📿 इन नामों के जाप की विधि

 

प्रातःकाल स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर शांत स्थान पर बैठें!

 

पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।

 

तुलसी की माला से 108 बार इन 12 नामों का क्रमशः जाप करें:

 

“केशव, नारायण, माधव, गोविंद, विष्णु, मधुसूदन, त्रिविक्रम, वामन, श्रिधर, हृषिकेश, पद्मनाभ, दामोदर”

 

इन नामों को शुद्ध उच्चारण के साथ बोलें!

 

मन में श्रद्धा, भक्ति और विश्वास हो!

 

यदि समय कम हो, तो एक बार 12 नामों का उच्चारण मन से श्रद्धा पूर्वक करना भी उतना ही फलदायक होता है!

 

 

🌺 12 नामों से मिलने वाले फल

 

1. पापों का क्षय:

पुराने जन्मों और इस जन्म के पाप नष्ट होते हैं!

 

 

2. मानसिक शांति:

मन शांत होता है, चिंता व अवसाद दूर होता है!

 

 

3. सात्विक ऊर्जा का संचार:

शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है!

 

 

4. ग्रह दोषों की शांति:

नवग्रह शांत होकर अनुकूल फल देने लगते हैं!

 

 

5. भाग्य वृद्धि:

रुका हुआ भाग्य पुनः सक्रिय हो जाता है!

 

 

6. धन और वैभव की प्राप्ति:

आर्थिक स्थिति में सुधार आता है!

 

 

7. परिवार में सुख-शांति:

घर में प्रेम, सौहार्द और समृद्धि का वास होता है!

 

 

8. आध्यात्मिक उन्नति:

मोक्ष की ओर मार्ग प्रशस्त होता है!

 

 

9. कठिन समय में रक्षा:

भगवान विष्णु स्वयं अपने भक्त की रक्षा करते हैं!

 

 

10. कर्मों का शुद्धिकरण:

व्यक्ति का अंतःकरण निर्मल होता है!

 

जो व्यक्ति शारीरिक, आर्थिक या अन्य कारणों से काशी नहीं जा सकता, वह यदि इन 12 नामों का नियमित स्मरण करता है, तो उसे वही पुण्य प्राप्त होता है जो काशी की परिक्रमा, गंगा स्नान और विश्वनाथ दर्शन से प्राप्त होता है!

 

 

 

 

 

 

📜 पुराणों में प्रमाण;

 

#पद्म पुराण:

“जो व्यक्ति प्रतिदिन भगवान के 12 नामों का जप करता है, वह मोक्ष की प्राप्ति करता है।”

 

#नारद पुराण:

“यह नाम स्वयं नारायण स्वरूप हैं। इनका उच्चारण ब्रह्महत्या जैसे पापों को भी भस्म कर देता है।”

 

#विष्णु धर्मोत्तर:

“संपूर्ण धर्मों का सार इन नामों में समाहित है।”

 

 

🌟 विशेष सुझाव

 

#शनिवार को इन नामों के साथ “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का भी जाप करें!

 

#विष्णु भगवान की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर इन नामों का उच्चारण करें!

 

#एकादशी, प्रदोष और पूर्णिमा तिथि पर जाप का विशेष पुण्य मिलता है!

 

बच्चों को भी ये नाम सिखाएं, ताकि वे भी पुण्य के भागी बनें!

 

 

सनातन धर्म की विशेषता यही है कि वह सबके लिए सरल मार्ग प्रस्तुत करता है! जिनके लिए काशी की यात्रा संभव नहीं, उनके लिए भगवान ने यह 12 नामों का दिव्य उपाय दिया है। यह नाम न केवल आपके वर्तमान को सुधारते हैं, बल्कि भविष्य को भी उज्जवल बनाते हैं! जो कार्य कठिन प्रतीत होते हैं, वे भी इन नामों के प्रभाव से सरल हो जाते हैं!

आइए, हम सभी प्रतिदिन इन 12 नामों का स्मरण करें और अपने जीवन को सफल, संतुलित और आध्यात्मिक बनाएं!

🙏 श्री विष्णवे नमः 🙏

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