Mangal dosh: मंगल दोष मिटाने के 7 चमत्कारी टोटके! शादी में आ रही अड़चन होगी दूर! बजेगी शहनाई!
भारतीय वैदिक ज्योतिष में मंगल दोष (मांगलिक दोष) का विशेष महत्व है। इसे शादी–विवाह के मामलों में सबसे प्रभावशाली और बाधा उत्पन्न करने वाला योग माना जाता है। जिन जातकों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उनके विवाह में देरी, मनमुटाव, तलाक, वैवाहिक जीवन में अशांति या शादी टूटने जैसी परेशानियां आ सकती हैं। इसी कारण शादी से पहले वर–वधु की कुंडली मिलान में मांगलिक दोष को विशेष रूप से देखा जाता है।
आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी मंगल दोष को दूर कैसे करें से संबंधित जानकारी लेकर प्रस्तुत है, हम विस्तार से जानेंगे कि मंगल दोष क्या है, इसके क्या प्रभाव होते हैं और कौन–कौन से चमत्कारी टोटके और उपाय अपनाकर इसका प्रभाव कम या समाप्त किया जा सकता है।
**मंगल दोष क्या है?
जब जन्मकुंडली में मंगल ग्रह प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में स्थित हो, तब इसे मंगल दोष या मांगलिक दोष कहा जाता है।
*प्रथम भाव (लग्न): जातक का स्वभाव क्रोधी होता है, जिससे रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
*चतुर्थ भाव: गृह–कलह और पारिवारिक अशांति रहती है।
*सप्तम भाव: वैवाहिक जीवन में तनाव और अलगाव की संभावना।
*अष्टम भाव: पति–पत्नी में असामंजस्य और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें।
*द्वादश भाव: खर्च, विवाद और वैवाहिक जीवन में दूरी।
#मंगल दोष के कारण विवाह में आने वाली रुकावटें:
1. शादी में देरी होना – अच्छे रिश्ते आते हैं, लेकिन बात बनते–बनते रुक जाती है।
2. अनचाहे रिश्तों का दबाव – सही जीवनसाथी नहीं मिल पाता।
3. शादी टूटना – तय हुई शादी अंतिम समय पर रद्द हो जाना।
4. वैवाहिक जीवन में कलह – शादी के बाद झगड़े और असामंजस्य रहना।
5. पति या पत्नी को कष्ट – एक दूसरे को शारीरिक या मानसिक कष्ट देना।
#मंगल दोष मिटाने के चमत्कारी टोटके व उपाय:
* हनुमान जी की उपासना!
*मंगल ग्रह का संबंध भगवान हनुमान से है।
*मंगलवार को हनुमान मंदिर जाएं।
*लाल चोला और सिंदूर चढ़ाएं।
#हनुमान चालीसा का पाठ करें।
👉 इससे मंगल दोष का प्रभाव कम होता है और विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
2. मंगलवार का व्रत:
*मंगलवार को उपवास रखें।
*गुड़ और चना चढ़ाकर प्रसाद बांटें।
*मंगल देव को तांबे के पात्र में जल, लाल फूल और लाल वस्त्र अर्पित करें।
3. शिव–पार्वती की पूजा:
*मंगल दोष से मुक्ति के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना अति शुभ मानी गई है।
*सोमवार को शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाएं।
*“ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें।
इससे विवाह शीघ्र होने और सुखद दांपत्य जीवन का योग बनता है।
4. विष्णु–लक्ष्मी की आराधना:
*शादी में अड़चनें दूर करने के लिए श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें।
*केले के पेड़ पर हल्दी मिला हुआ जल अर्पित करें और *गाय को आटे का पेड़ा गुरुवार के दिन खिलाएं
*शुक्रवार को पीले वस्त्र पहनकर लक्ष्मी–नारायण का पूजन करें।
5. कुम्भ विवाह या पीपल विवाह:
ज्योतिष में एक विशेष उपाय बताया गया है जिसे कुंभ विवाह कहा जाता है।
यदि लड़की या लड़के की कुंडली में मांगलिक दोष है, तो पहले उसका विवाह पीपल, केले के पेड़ या किसी घड़े (कुंभ) से करा दिया जाता है।
उसके बाद सामान्य विवाह करने पर मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
6. मंगल मंत्र का जाप:
प्रतिदिन मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें –
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
रोजाना 108 बार जाप करने से दोष का असर धीरे–धीरे खत्म होने लगता है।
7. रत्न और दान:
ज्योतिषी की सलाह से लाल मूंगा (Coral) धारण करें।
मंगलवार को मसूर दाल, लाल कपड़े और तांबे के बर्तन का दान करें। गरीबों को भोजन कराना मंगल दोष शांति में सहायक है।
मंगल दोष वास्तव में एक ज्योतिषीय स्थिति है जो विवाह में अड़चनें और दांपत्य जीवन में तनाव ला सकती है। लेकिन यदि व्यक्ति धैर्यपूर्वक हनुमान जी की भक्ति करे, मंगलवार के व्रत रखे, मंगल मंत्र का जाप करे और ज्योतिषीय उपायों को अपनाए, तो इसका अशुभ प्रभाव बहुत हद तक समाप्त हो सकता है।
इन टोटकों और उपायों को अपनाने से न केवल शादी में आ रही अड़चनें दूर होंगी बल्कि दांपत्य जीवन भी सुख–शांति और समृद्धि से भर जाएगा।