Vivaah Shubh Muhurt 2025 : विवाह शुभ मुहूर्त 2025 में कब से हैं? जाने 2025 में विवाह की शुभ तिथियां!
#विवाह शुभ मुहूर्त 2025: कब से आरंभ हो रहे हैं शुभ विवाह योग?
भारतीय संस्कृति में विवाह केवल दो व्यक्तियों का ही नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत मुहूर्त देखकर की जाती है, विशेष रूप से विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त का चयन अत्यंत आवश्यक होता है! वर्ष 2025 में विवाह हेतु कौन-कौन से शुभ मुहूर्त हैं, यह जानने के लिए हम ज्योतिषीय गणनाओं और पंचांग के आधार पर आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी विस्तारपूर्वक जानकारी देने जा रहे हैं!
इस लेख में हम जानेंगे:
* विवाह मुहूर्त क्या है?
* वर्ष 2025 में विवाह मुहूर्त कब से आरंभ हो रहे हैं?
* हर महीने के प्रमुख शुभ विवाह तिथियाँ
* कौन-कौन से महीने में विवाह वर्जित हैं?
* विवाह के लिए मुहूर्त निर्धारण के ज्योतिषीय मानदंड
* विशेष सुझाव और निष्कर्ष
##विवाह मुहूर्त क्या है?**
विवाह मुहूर्त वह विशेष समय होता है जब ग्रहों की स्थिति, नक्षत्र, तिथि और योग का संयोग विवाह के लिए सबसे शुभ माना जाता है! इस समय किया गया विवाह सुखी दांपत्य जीवन, संतति सुख, आर्थिक समृद्धि और जीवन में संतुलन लाता है। हिन्दू धर्म में पंचांग देखकर ही शुभ तिथि का निर्णय किया जाता है जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की विशेष भूमिका होती है!
##2025 में विवाह मुहूर्त कब से शुरू हो रहे हैं?
वर्ष 2025 में खरमास और शुक्र अस्त के कारण कुछ माह में विवाह नहीं होंगे! सबसे पहला विवाह मुहूर्त *22 जनवरी 2025* को पड़ रहा है। उससे पहले, *16 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025* तक सूर्य धनु राशि में होने से *मलमास* (खरमास) रहेगा, इस दौरान विवाह वर्जित होता है!
**पहला शुभ विवाह मुहूर्त 2025 में: 22 जनवरी 2025**
अब आइए हर महीने के शुभ मुहूर्त की विस्तार से जानकारी प्राप्त करें!
#विवाह के शुभ मुहूर्त – जनवरी से दिसंबर 2025**
#जनवरी 2025:**
**22 जनवरी (बुधवार)**
**24 जनवरी (शुक्रवार)**
***25 जनवरी (शनिवार)**
**29 जनवरी (बुधवार)**
**30 जनवरी (गुरुवार)**
*जनवरी में कुल 5 शुभ मुहूर्त हैं।*
#फरवरी में शुभ तिथियां 2025:**
**3 फरवरी (सोमवार)**
**5 फरवरी (बुधवार)**
**6 फरवरी (गुरुवार)**
**7 फरवरी (शुक्रवार)**
**10 फरवरी (सोमवार)**
**12 फरवरी (बुधवार)**
**13 फरवरी (गुरुवार)**
**14 फरवरी (शुक्रवार)**
**17 फरवरी (सोमवार)**
**19 फरवरी (बुधवार)**
**21 फरवरी (शुक्रवार)**
👉 *फरवरी में कुल 11 शुभ मुहूर्त हैं, यह माह विवाह के लिए अत्यंत अनुकूल है।*
#मार्च 2025:**
**5 मार्च (बुधवार)**
**6 मार्च (गुरुवार)**
**7 मार्च (शुक्रवार)**
**10 मार्च (सोमवार)**
**11 मार्च (मंगलवार)**
**12 मार्च (बुधवार)**
👉 *मार्च में कुल 6 मुहूर्त हैं। इसके बाद खरमास आरंभ होगा।*
## ❌ **अप्रैल और मई 2025:**
इन दोनों महीनों में *शुक्र/बृहस्पति अस्त* के कारण विवाह नहीं होंगे!
#🌸 **जून 2025:**
**27 जून (शुक्रवार)**
**28 जून (शनिवार)**
👉 *जून में केवल 2 शुभ मुहूर्त हैं, फिर चातुर्मास आरंभ हो जाएगा!*
# ❌ **जुलाई से अक्टूबर 2025:**
**चातुर्मास** की अवधि में भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं! इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, यज्ञ जैसे शुभ कार्य वर्जित होते हैं!
**चातुर्मास प्रारंभ**: 9 जुलाई 2025 (देवशयनी एकादशी)
**चातुर्मास समाप्त**: 4 नवंबर 2025 (देवउठनी एकादशी)
# **नवंबर 2025:**
**5 नवंबर (बुधवार)**
**6 नवंबर (गुरुवार)**
**7 नवंबर (शुक्रवार)**
**8 नवंबर (शनिवार)**
**10 नवंबर (सोमवार)**
**13 नवंबर (गुरुवार)**
**17 नवंबर (सोमवार)**
**19 नवंबर (बुधवार)**
👉 *चातुर्मास समाप्ति के बाद नवंबर में विवाह का अच्छा संयोग बन रहा है। कुल 8 मुहूर्त उपलब्ध हैं।*
# **दिसंबर 2025:**
**3 दिसंबर (बुधवार)**
**4 दिसंबर (गुरुवार)**
**5 दिसंबर (शुक्रवार)**
**8 दिसंबर (सोमवार)**
**10 दिसंबर (बुधवार)**
👉 *दिसंबर में कुल 5 शुभ मुहूर्त हैं, इसके बाद सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के कारण खरमास आरंभ हो जाएगा।*
## **कुल विवाह मुहूर्त 2025 में:**
महीना : मुहूर्त की संख्या
#जनवरी2025 में कुल 5 मुहूर्त होंगे
#फरवरी 2025में कुल 11 मुहूर्त होंगे
#मार्च 2025 में कुल 6 होंगे
#अप्रैल ❌
#मई ❌
#जून 2025 में कुल 2 मुहूर्त होंगे
#जुलाई-अक्टूबर ❌ (चातुर्मास)
#नवंबर 2025 में कुल 8 मुहूर्त होंगे
# दिसंबर में कुल 5 मुहूर्त होंगे
**विवाह के लिए 2025 में कुल **37 शुभ मुहूर्त**
## **विवाह मुहूर्त निर्धारण के ज्योतिषीय मानदंड**
विवाह मुहूर्त तय करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाता है:
1. **शुभ तिथि और नक्षत्र**: द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं! रोहिणी, मृगशिरा, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, पुनर्वसु आदि नक्षत्रों में विवाह श्रेष्ठ होता है!
2. **शुक्र और गुरु तारा बल**: जब शुक्र और गुरु तारे उदित होते हैं तब ही विवाह योग्य मुहूर्त मान्य होता है। जब ये तारे अस्त होते हैं तो विवाह वर्जित होता है!
3. **चंद्रमा की स्थिति**: जातक और वधू की जन्म कुंडली के आधार पर चंद्रमा की स्थिति को भी देखा जाता है ताकि भविष्य में वैवाहिक जीवन सुखमय रहे!
4. **ग्रहों का बल**: राहु काल, यम घण्ट, गुलिक काल जैसे अशुभ समय को टाला जाता है!
##कौन से महीने विवाह के लिए वर्जित हैं?
1. **खरमास (मलमास)** – जब सूर्य धनु और मीन राशि में होता है (दिसंबर-जनवरी और मार्च-अप्रैल)
2. **चातुर्मास** – आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक (जुलाई से अक्टूबर)
3. **शुक्र और गुरु अस्त के समय**
इन महीनों में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते!
#महत्वपूर्ण सुझाव**
* विवाह मुहूर्त तय करने से पहले **कुंडली मिलान** अवश्य करें! गुण मिलान’ और ‘मांगलिक दोष’ की जाँच जरूरी है!
* शादी की तिथि तय करने से पहले **स्थानीय पंचांग या ज्योतिषाचार्य** से परामर्श अवश्य लें!
* मुहूर्त के साथ **स्थान और लग्न** का भी विशेष ध्यान रखा जाए!
वर्ष 2025 में विवाह के लिए कुल **37 शुभ मुहूर्त** उपलब्ध हैं, जो जनवरी, फरवरी, मार्च, नवंबर और दिसंबर माहों में केंद्रित हैं!अप्रैल, मई, जुलाई से अक्टूबर तक विवाह वर्जित माने गए हैं! सही विवाह मुहूर्त न केवल वैवाहिक जीवन की शुभ शुरुआत करता है, बल्कि जीवन को सुख, शांति और संतुलन भी प्रदान करता है!
यदि आप 2025 में विवाह की योजना बना रहे हैं तो यह लेख आपके लिए मार्गदर्शक सिद्ध हो सकता है। विशेष मुहूर्त के चयन के लिए किसी अनुभवी पंडित या ज्योतिषाचार्य से व्यक्तिगत कुंडली के आधार पर परामर्श अवश्य लें!
**आपका विवाह मंगलमय हो — शुभ विवाह की शुभकामनाएँ!**
** जय श्री गणेश**