चन्द्र ग्रह अगर कुंडली में खराब हो तो व्यक्ति को अनेक प्रकार की समस्याएं होती है|ओमान्श एस्ट्रोलॉजी के पाठको के लिए आज चन्द्र ग्रह के लक्षण और उपायों के बारे में बताने जा रहे है| तो आइए जानते है |

चन्द्र ग्रह को मन और धन का कारक माना जाता है| भगवान शिव व्यक्ति की आत्मा है तो वही मां पार्वती आपका मन है| 12 राशियों में सूर्य की भांति चंद्रमा की भी एक ही राशि होती है| राशिचक्र की चौथे स्थान की राशि कर्क राशि पर चन्द्र का आधिपत्य होता है| इस राशि के अंतर्गत आने वाले व्यक्तियों पर चन्द्र के घटने बढ़ने के कारण व्यक्ति का मन बदलता रहता है यानी की अस्थिर रहता है|

चन्द्र ग्रह का प्रभाव:

सभी नवग्रहों का व्यक्ति के ऊपर अलग अलग तरह से प्रभाव पड़ता है| चन्द्र ग्रह के कारण व्यापार में उतार चढ़ाव, ग्रह क्लेश, शिक्षा के क्षेत्र में असफलता और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी का सामना व्यक्ति को करना पड़ता है| ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है ये व्यक्ति के सीधे मन से संबंधित होता है| यहां तक कि चन्द्र दोष हो तो व्यक्ति को गंभीर बीमारियां घेर लेती है| व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है| मां को कष्ट होता है| खराब चन्द्र आर्थिक तंगी दे देता है| शराब जैसे व्यसनों का व्यक्ति सेवन करने लगता है| और बुरी संगत का शिकार हो जाता है| धन प्राप्ति के लिए व्यक्ति अनेक प्रकार की कोशिशें करता है लेकिन सफल नहीं हो पाता|
व्यक्ति का कैरियर सेटल नहीं हो पाता | गुस्सा अत्यधिक आता है | व्यक्ति क्रोध में आकर कई गलतियां कर बैठता है और बाद में पछताता है |

चन्द्र खराब होने के कारण:

व्यक्ति बुरे व्यसनों का आदि हो जाए, शराब जुए जैसी लत में पड़ जाना , मां के साथ दुर्व्यवहार करना और नास्तिक हो जाना भी चन्द्र दोष बनाता है|

कुंडली में यदि चन्द्र ग्रह के साथ राहु स्थित हो तो ग्रहण दोष बनता हैं| व्यक्ति को जीवन में धोखे काफी ज्यादा मिलते है| व्यक्ति की सोच नकारात्मक हो जाती है| हाथ में धन नहीं रूकता और संचय नहीं हो पाता|व्यक्ति का मन कभी कभी इतना कमजोर हो जाता है कि व्यक्ति के मन में आत्महत्या जैसे विचार आने लगते है|

चन्द्र के उपाय:

* चांदी की चेन गले में धारण करें.

* पंचामृत शिवलिंग पर प्रत्येक सोमवार को अर्पित करें.

* सोमवार के दिन ॐ सोम सोमेश्वराय नमः का 108 बार जप करें.

* चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें.

* पूर्णिमा के चंद्रमा को जल में बताशा और अक्षत डाल कर अर्घ्य दें.

धन्यवाद

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